तमिलनाडु के मुख्य सचिव के षणमुगम ने शनिवार को कहा कि चीन से आने वाली रैपिड टेस्ट किट में देरी हो रही है. वहां से जो खेप भारत भेजी जानी थी, उसे अमेरिका भेज दिया गया है.मुख्यमंत्री के साथ सेक्रेटेरिएट में कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्य सचिव ने यह बातें कहीं. टेस्टिंग किट के सवाल पर षणनमुगम ने कहा कि तमिलनाडु ने चीन को एक लाख किटों के लिए ऑर्डर दिया था.
के षणमुगम ने कहा ‘’ रैपिड टेस्ट किट अब भी भारत नहीं पहुंची हैं. जब यह भारत पहुंचेंगी, तो हमें यह मिल जाएंगीं. केंद्र सरकार कहने के पहले ही हम इनका ऑर्डर कर चुके थे. फिर हमें मुख्यमंत्री की एक बैठक में गति तेज करने के लिए कहा गया, तो हमने 50,000 अतिरिक्त किट का आर्डर दे दिया’’.
चार लाख किट ऑर्डर किए जा चुके हैं
षणमुगम ने कहा, ‘’ तीन-चार दिन पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि हमारे पास बड़ी संख्या में फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, इसलिए हमें क्वारंटाइन क्षेत्रों की ज़्यादा स्क्रीनिंग की जरूरत पड़ेगी. इसलिए ज़्यादा किट लगेंगी. इसलिए हमने दो लाख किटों का और आर्डर दे दिया. कुल मिलाकर अबतक चार लाख किटों का ऑर्डर दिया जा चुका है.’’
मुख्य सचिव ने आगे कहा, ''चूंकि हमने पहले ऑर्डर दिया था, इसलिए उन्होंने हमें पहली खेप में 50,000 किट देने का वायदा किया था, फिर अगली खेप में 50,000.''. बता दें जर्मनी और फ्रांस ने अमेरिका पर मास्कों की हाईजैकिंग करने का आरोप लगाया है. ये वे मास्क हैं, जिन्हें जर्मनी और फ्रांस भेजा जाना था. अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि तमिलनाडु सरकार ने किस चीनी निर्माता को ऑर्डर दिया था. फिलहाल रैपिड टेस्ट किट के नतीजों पर भी संशय बरकरार है. स्पेन ने चीन से आयातित रैपिड टेस्ट किट खराब डिटेक्शन रेट के कारण वापस ले लिए गए. इसकी सफलता दर महज 30 फीसदी ही रही.
पढ़ें ये भी: COVID19: महाराष्ट्र में 134 नए पॉजिटिव मामले, पुणे में 2 की मौत
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)