भारत और चीन के रिश्तों पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी चीन को बेहद रास आई है. शंगरी-ला डायलॉग में पीएम ने भारत और चीन के संबंधों पर कई सकारात्मक टिप्पणी की थी जिसका चीन ने सोमवार को स्वागत किया और भारत के साथ काम करने की इच्छा जताई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा था?
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर में शंगरी-ला डायलॉग में अपने अहम संबोधन में पिछले सप्ताह कहा था कि एशिया और दुनिया का एक बेहतर भविष्य होगा, जब भारत और चीन एक दूसरे के हितों के लिए संवेदनशील होने के साथ ही विश्वास और आत्मविश्वास के साथ मिलकर काम करेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत और चीन दोनों ने मुद्दों से निपटने में " परिपक्वता और विवेक " दिखाया है और सीमा पर शांति के लिए कोशिशें की हैं. दुनिया के दो सबसे ज्यादा आबादी वाले देशों के बीच सहयोग बढ़ रहा है.
चीनी विदेश मंत्रालय का बयान
चीनी विदेश मंत्रालय की हुआ चुनयिंग ने मीडिया ब्रीफिंग में मोदी के बयान का स्वागत किया है और कहा, ‘‘हमने चीन - भारत रिश्तों पर प्रधानमंत्री मोदी की सकारात्मक टिप्पणी देखी है, हम इस तरह के सकारात्मक बयान की तारीफ करते हैं. उन्होंने कहा, चीन दोनों देशों के रिश्तों के विकास की गति को बनाए रखने, पारंपरिक रूप से सहयोग को बढ़ावा देने, मतभेदों को दूर करने, सीमावर्ती इलाकों में शांति बनाए रखने और इस तरह से ही चीन-भारत के रिश्तों के आगे बढ़ाने के लिए आम सहमति के साथ भारत के साथ काम करने की इच्छा रखता है.’’
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