चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बयान जारी कर लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के लिए भारत को ही जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा है कि भारतीय सेना ने ही LAC को पार किया और दोनों देश के बीच सहमति का उल्लंघन किया है.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने ट्वीट किया-
भारतीय सेना की अगली टुकड़ी ने LAC को पार किया है और दोनों देशों के बीच की सहमति को तोड़ा है. साथ ही चीनी अधिकारियों और सैनिकों को उकसाया और उन पर हमला किया. इसी की वजह से वहां शारिरिक झड़प हुई और नुकसान उठाना पड़ा. भारत को वर्तमान स्थिति को समझने में गलती नहीं करना चाहिए और चीनी सेना को कम नहीं आंकना चाहिए.आ चुनयिंग, प्रवक्ता, चीनी विदेश मंत्रालय
चीन ने पहले से हिंसा की योजना बनाई: भारतीय विदेश मंत्रालय
17 जून को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच फोन पर बात बातचीत हुई थी. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री को बताया है कि 'चीनी पक्ष ने पहले से नियोजित एक्शन लिया जो कि हिंसा और क्षति का कारण है.'
भारतीय विदेश मंत्री ने चीनी विदेश मंत्री को याद दिलाया था कि 6 जून को सीनियर मिलिट्री कमांडर के बीच LAC पर डीएस्कलेशन को लेकर सहमति तय हुई थी. ग्राउंड कमांडर नियमित तौर पर पिछले हफ्ते इस सहमति को लागू करने के लिए मिल रहे थे. लेकिन चीनी पक्ष ने पहले से नियोजित एक्शन लिया जो कि हिंसा और क्षति का कारण है.
भारत का चीन के साथ सीमा विवाद सालों पुराना है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से सीमा पर तनातनी देखी जा रही थी. लद्दाख की गलवान घाटी में 14-15 जून को भारतीय सेना की चीनी सेना के साथ एक हिंसक झड़प हुई, इस झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत 20 जवान शहीद हो गए. भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई
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