जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सोमवार शाम जमकर बवाल हुआ. यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर जगदीश कुमार ने दावा किया कि उनकी पत्नी को लेफ्ट विंग के छात्रों ने घर में घुसकर बंधक बना लिया है, जबकि वह मीटिंग के सिलसिले में बाहर थे. जेएनयू वीसी ने ट्वीट कर इस घटना की जानकारी दी और साथ ही छात्रों पर अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया.
मामला नियंत्रण में है: दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार शाम पांच बजे जेएनयू छत्र संघ ने वीसी के आवास तक मार्च निकालने का आह्वान किया था. वहां पहुंचने के बाद छात्रों ने वीसी के घर के अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें अंदर घुसने से रोक दिया. उसके बाद अधिकांश छात्र अपने हॉस्टल में वापस चले गए, और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
झड़प में घायल हुए JNU छात्र संघ के अध्यक्ष बालाजी
इस प्रोटेस्ट मार्च का नेतृत्व कर रहे जेनयूएसयू के अध्यक्ष एन सांई बालाजी को वीसी के घर के बहार तैनात सुरक्षा कर्मियों ने रोक दिया. उसके बाद छात्रों और वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड्स के बीच झड़प शुरू हो गई. इसमें बालाजी को कथित रूप से चोट लगी, जिसके बाद वो बेहोश हो गए. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स ले जाया गया. उनके सहयोगी के मुताबिक अभी उनकी हालत स्थिर है और वहां डॉक्टर की टीम उनका इलाज कर रही है.
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इस मार्च का आह्वान पहले ही जेएनयूएसयू ने किया था, जिसके बाद बड़ी संख्यां में शाम 5 बजे छात्र वीसी के घर उनसे अपनी मांगों को लेकर बात करने पहुंचे. मौके पर मौजूद छात्र सतीश ने बताया कि जब उन्होंने वीसी के सुरक्षा गार्ड से अपनी बात बताई, तो उन्हें कोई रिस्पोंस नहीं दिया गया. उसके बाद छात्रों ने उत्साह में नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे हालात तनावपूर्ण बन गए.
सतीश ने क्विंट हिंदी को बताया कि गेट पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने उनकी मांगों को वीसी तक नहीं पहुंचाया, जिसके बाद थोड़ी बहुत हाथापाई शुरू हो गयी और प्रेसिडेंट बालाजी बेहोश हो गए. उनको लेकर कुछ छात्र तुरंत अस्पताल के लिए निकल गए.
‘VC का आरोप बेबुनियाद’
मार्च में शामिल छात्रों ने बताया कि वो शांतिपूर्ण तरीके से वीसी से मिलने गए थे. मगर हमेशा की तरह उन्होंने बहाना बना कर मामले को टालने की कोशिश की. किसी ने भी उनके घर के अंदर जबरन घुसने की कोशिश नहीं की और न ही उनकी पत्नी को बंधक बनाने का कोई भी आरोप सही है. नाम न बताने की शर्त पर एक छात्र ने बताया कि ये पहला मौका नहीं है जब वीसी ने छात्रों से मिलने से इंकार कर दिया है.
क्या है मामला
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के 11 छात्र पिछले आठ दिनों से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए थे. जेएनयू में एमफिल पीएचडी के कोर्स में हुए बदलाव के अलावा, बीए सेकेंड ईयर का एडमिशन का मामला और नए शुरू हुए एमबीए कोर्स की समुचित व्यवस्था नहीं होने के खिलाफ ये छात्र का यह आंदोलन चल रहा था.
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