मध्य प्रदेश के मंदसौर में शांति बहाली के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अनशन पर बैठ गए हैं. वे ये अनशन भोपाल के दशहरा ग्राउंड में कर रहे हैं. इसके लिए एक बड़ा पंडाल बनाया गया है और वहां सैकड़ों लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है.
अनशन पर बैठने के बाद मुख्यमंत्री ने किसानों को उनसे मिलने की अपील है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहाः
- जब सीएम बना था तब 7.50 लाख हेक्टेयर में होती थी और अब 40 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में होती है.
- हम किसानों के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
- आज हर खेत को पानी मिल रहा है.
- हमारी सरकार ने 18 फीसदी से कृषि लोन पर ब्याज दर घटाकर माइनस में कर दिया.
- एक लाख ले जाओ और 90 हजार दे जाओ. ऐसा और कहीं नहीं होता है.
- जब भी ओला, पाला या कोई और संकट आया तो मैं सीएम हाउस में नहीं बैठा, खेतों तक गया, आपके बीच गया.
- किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य देने में हमारी सरकार कभी पीछे नहीं रही.
कृषि मंत्री कर्ज माफी के खिलाफ
इस बीच मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा कि वो किसानों के कर्ज माफी का समर्थन नहीं करते हैं.
एमपी में किसान की कर्ज माफी का स्थान नहीं बनता क्योंकि हमने किसान से ब्याज नहीं लिया है, तो किस बात का कर्ज माफ होगा.गौरी शंकर बिसेन, कृषि मंत्री, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में हिंसक किसान आंदोलन को लेकर घिरे शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को अपने सरकारी निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनशन का ऐलान किया था.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम शिवराज ने कहा था- ‘मैं पत्थर दिल नहीं हूं. शांति बहाली के लिए मैंने फैसला किया है कि कल (शनिवार) से मैं वल्लभ भवन (मंत्रालय) में नहीं बैठूंगा. मैं भोपाल के दशहरा मैदान पर पूर्वाह्न 11 बजे से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठूंगा. तबतक बैठूंगा, जब तक शांति बहाल न हो जाए. मैं दशहरा मैदान में किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु चर्चा के लिए उपलब्ध रहूंगा. वहीं से सरकार चलाऊंगा. मैं सभी किसानों एवं जनता से अपील करता हूं कि वे वहां चर्चा करने के लिए आएं, ताकि शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत करके किसान आंदोलन का समाधान निकाला जा सके’.
- 01/03भोपाल का दशहरा ग्राउंड (फोटो: ANI)
- 02/03इसी पंडाल में उपवास करेंगे सीएम शिवराज(फोटो: ANI)
- 03/03लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया है (फोटो: ANI)
मुख्यमंत्री ने किया था अनशन का ऐलान
जेल भरो आंदोलन करेंगे किसान
एक तरफ जहां मुख्यमंत्री शांति बहाली की कोशिश में उपवास करेंगे, वहीं किसान अभी भी नाराज ही नजर आ रहे हैं. किसानों ने जेल भरो आंदोलन करने का ऐलान किया है. इसके अलावा ने मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी करेंगे. राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ, आम किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन सहित अन्य संगठनों के नेता इसमें शामिल होंगे.
कल एक और किसान की हुई मौत
हिंसा प्रभावित मंदसौर जिले के बड़ावन गांव में शुक्रवार को एक 26 साल के किसान की मौत हो गई. गांववालों ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने उसकी पिटाई की थी.
कर्जमाफी, खेती के लिए बिना ब्याज कर्ज, किसानों के लिए पेंशन योजना समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. राज्य के कई जिले छावनी में तब्दील हैं, सुरक्षा बल तैनात हैं और RAF की 2 और टुकड़ियों को मध्य प्रदेश भेजा गया है.
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