राज्यसभा में हंसी पर बरपा हंगामा शांत होने का नाम नहीं ले रहा. अब रेणुका चौधरी ने कहा है कि वो संसद में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लेकर आएंगीं. उधर पीएम की टिप्पणी पर कांग्रेस भी भड़क गई है. कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वो इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी. पार्टी के नेताओं ने प्रधानमंत्री से उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की.
इस मुद्दे पर गुरुवार को राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ और कुछ देर के लिए राज्यसभा की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी.
मामला बुधवार का है जब राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते वक्त पीएम मोदी के भाषण के दौरान रेणुका चौधरी जोर-जोर से हंसने लगीं.
राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने जब रेणुका चौधरी को इस बात के लिए डांटा तो मोदी ने ने नायडू से कहा
सभापति जी मेरी आपसे विनती है रेणुकाजी को कुछ मत कहिए (चुप होने के लिए मत कहिए), रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का सौभाग्य आज जाकर मिला है.
पीएम ने निजी टिप्पणी की: रेणुका
' पीएम की इस बात को सुनकर बीजेपी और सहयोगी दलों के सभी सदस्य जोर-जोर से हंसने लगे इस तीखी टिप्पणी के बाद रेणुका कुछ कहती दिखाई दीं, लेकिन उनकी आवाज ठहाकों में सुनाई नहीं दी.
हालांकि रेणुका सदन में तो इस बयान पर कुछ नहीं बोल पाईं, लेकिन जब वह सदन के बाहर निकलीं और पीएम के बयान की तीखी आलोचना की. उन्होंने कहा,
पीएम ने निजी हमला बोला है, वैसे भी आप उनसे और क्या उम्मीद कर सकते हैं. मैं इसका उत्तर देकर उतना गिरना नहीं चाहती हूं. किसी महिला के खिलाफ इस तरह का बयान निंदनीय है.
कांग्रेस अब इस मुद्दे पर शांत बैठने के मूड में नहीं है, पार्टी ने इस टिप्पणी को निंदनीय बताते हुए एम मोदी को घेरने का मन बना लिया है. कांग्रेस ने गुरुवार को राज्यसभा में हंगामा किया और मांग की कि मोदी इस टिप्पणी के लिए माफी मांगें.
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