कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने सिख विरोधी दंगों को लेकर अपने बयान के लिए माफी मांग ली है. पित्रोदा ने कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. पित्रोदा ने कहा कि उनकी हिंदी खराब है, वह 'जो हुआ वो बुरा हुआ' कहना चाहते थे.
मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. उसे अलग संदर्भ में पेश किया गया, क्योंकि मेरी हिंदी अच्छी नहीं है...मैं कहना चाहता था, ‘जो हुआ वो बुरा हुआ’, लेकिन बुरा हुआ को मैं दिमाग में ट्रांसलेट नहीं कर पाया.
सैम पित्रोदा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने क्या किया और क्या दिया, इस पर चर्चा करने के लिए हमारे पास कई मुद्दे हैं. मुझे खेद है कि मेरी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया गया, मैं माफी मांगता हूं. इस मामले को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया. पित्रोदा की सफाई से पहले कांग्रेस ने भी अपनी ओर से लेटर जारी कर सफाई दी थी.
पीएम मोदी ने पित्रोदा के बयान पर निशाना साधा
1984 सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के 'हुआ तो हुआ' वाले बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "कल, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि 1984 दंगा 'हुआ तो हुआ'. यह तीन शब्द कांग्रेस के अहंकार को दर्शाते हैं."
मोदी ने पित्रोदा का नाम लिए बिना कहा, "यह नेता गांधी परिवार के करीबी हैं, दिवंगत राजीव गांधी के अच्छा दोस्त थे और राहुल गांधी के गुरु हैं."
मोदी ने कहा, "हजारों सिखों को उनके घर के बाहर मार डाला गया और कांग्रेस कहती है 'हुआ तो हुआ'.
पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस ने दी सफाई, कहा- बयान पार्टी का नहीं
कांग्रेस पार्टी ने सैम पित्रोदा के 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर दिए गए बयान पर सफाई दी है. पार्टी ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि 1984 के दंगा पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए. साथ ही 2002 के गुजरात दंगों के पीड़ितों को भी न्याय मिलना चाहिए. पित्रोदा का बयान कांग्रेस पार्टी का बयान नहीं है. हम किसी भी व्यक्ति या समूह के खिलाफ उनकी जाति, रंग, धर्म या क्षेत्र के आधार पर हुई हिंसा की निंदा करते हैं.’’
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