पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी-शासित राज्यों से कृषि कानूनों को 'बेअसर करने के लिए' संभावनाएं तलाशने को कहा था. अब खबर आ रही है कि कांग्रेस-शासित प्रदेश इस काम के लिए स्पेशल विधानसभा सत्र बुला सकते हैं. इस सत्र में एक बिल पास किया जाएगा, जो इन कानूनों के लागू होने को टाल सके.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बिल का ड्राफ्ट वर्जन पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप ने बनाकर राज्यों को भेजा है. इसमें दो प्रावधान किए गए हैं. पहला राज्यों को केंद्र के कानूनों को लागू करने की तारीख तय करने देगा. दूसरा ये सुनिश्चित करता है कि किसान और किसी कंपनी के बीच कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम पर न हो.
रिपोर्ट का कहना है कि राज्य अगर ये बिल पास करते हैं तो इन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साइन जरूरी होंगे. राष्ट्रपति मना कर सकते हैं लेकिन उन्हें इसकी वजह बतानी होगी.
हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि जिन राज्यों में कांग्रेस गठबंधन में है, वहां इस बिल पर क्या कार्रवाई होगी. और क्या कांग्रेस के अलावा बाकी गैर-बीजेपी शासित राज्य भी ऐसा ही कुछ कदम उठाएंगे.
कांग्रेस की 'खेती बचाओ यात्रा' शुरू
कांग्रेस ने कृषि कानूनों के खिलाफ 'खेती बचाओ यात्रा' शुरू की है. इसके तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 4 अक्टूबर को पंजाब के मोगा में केंद्र सरकार पर हमला बोला. राहुल ने कहा, ''मैं गारंटी देता हूं कि जिस दिन कांग्रेस पार्टी सत्ता में आएगी, हम इन तीन काले कानूनों को खत्म कर देंगे.''
इन कानूनों को लागू करने की क्या जरूरत थी? जल्दबाजी क्या थी? अगर आपको लागू करना ही था तो लोकसभा-राज्यसभा में चर्चा करनी चाहिए थी. पीएम का कहना है कि किसानों के लिए कानून बनाए जा रहे हैं, अगर यह बात है, तो आपने सदन में खुलकर चर्चा क्यों नहीं की?’’राहुल गांधी
राहुल के पास कोई काम नहीं: खट्टर
राहुल गांधी पंजाब के साथ-साथ हरियाणा में भी कृषि कानूनों के खिलाफ रैलियों को संबोधित करेंगे. इस संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वो राज्य में किसी को भी कानून-व्यवस्था बिगाड़ने नहीं देंगे.
खट्टर ने कहा, "राहुल के पास कोई काम नहीं है, इसलिए वो काम और घूमने के लिए जगह ढूंढते रहते हैं. हमें उनके दौरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है."
राहुल के 5 अक्टूबर को हरियाणा जाने की संभावना है. गांधी कुरुक्षेत्र के कैथल और पीपली में दो सभाओं को संबोधित कर सकते हैं.
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