कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अब जातीय हिंसा की आग में झुलस रहे यूपी के सहारनपुर नहीं जा पाएंगे. उत्तर प्रदेश पुलिस ने राहुल गांधी को सहारनपुर जाकर पीड़ितों से मुलाकात की इजाजत नहीं दी है.
इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष ने शनिवार को सहारनपुर का दौरा करने की जानकारी दी थी. साथ ही उन्होंने सहारनपुर हिंसा के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सहारनपुर के डीएम और एसएसपी के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की है.
जातीय हिंसा के बाद पैदा हुए तनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले ही नेताओं के सहारनपुर दौरे पर रोक लगा दी थी. दरअसल, बीएसपी चीफ मायावती के जातीय हिंसा में सुलग रहे सहारनपुर का दौरा करने के बाद फिर से हिंसा भड़क गई थी. इसी वजह से पुलिस ने नेताओं के सहारनपुर दौरे पर रोक लगा दी थी.
योगी सरकार पर कांग्रेस का हमला
वहीं कांग्रेस एससी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के. राजू ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अपराधियों को पाल पोस रही है.
अपराधियों के हौसले बुलंद है, क्योंकि उन्हें यकीन है कि प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा. अपराधियों को लगता है कि एक खास समुदाय का होने की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें बचा लेंगे.के. राजू, एससी प्रकोष्ठ अध्यक्ष, कांग्रेस
साथ ही राजू ने यह भी कहा कि एससी/एसटी एक्ट के तहत प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह दलितों को सुरक्षा मुहैया कराएं.
BSP सुप्रीमो मायावती ने भी पीड़ितों से की थी मुलाकात
मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती पीड़ित परिवारवालों से मिलने शब्बीरपुर गांव पहुंचीं थी. मायावती ने शब्बीरपुर गांव में हुई घटना पर पार्टी फंड से मुआवजे की घोषणा की थी. जिन पीड़ितों के घर जले हैं, मायावती ने उन्हें 50 हजार रुपये और घायलों को 25 हजार की सहायता राशि देने की घोषणा की थी.
हिंसा के बाद धारा 144 लागू
जातीय हिंसा की घटनाओं की वजह से सहारनपुर में मोबाइल इंटरनेट और सोशल मीडिया सर्विस पर रोक लगा दी गई थी. साथ ही पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
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