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1 लाख COVID मौत:अमीर-गरीब, ताकतवर-कमजोर, कोई न बचा-5 उदाहरण

भारत में अभी तक कोरोना वायरस ने 100,842 लोगों की जान ले ली है

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देश में कोरोना वायरस महामारी की वजह से मौतों का आंकड़ा 1 लाख पार हो गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में अभी तक कोरोना वायरस ने 100,842 लोगों की जान ले ली है. पिछले 24 घंटे में ही 79476 नए केस सामने आए हैं और 1069 लोगों की मौत हुई है. एक बात साफ नजर आती है कि कोरोना ने लोगों को सताने में, नुकसान पहुंचाने में कोई भेदभाव नहीं किया, उसने अमीर-गरीब, गांव-शहर, ताकतवर-कमजोर, सेलेब-आम आदमी सबपर हमला बोला...

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केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी

केंद्रीय मंत्री सुरेश अंगड़ी का कोरोना वायरस से 65 साल की उम्र में निधन हो गया था. अंगड़ी का कई दिनों तक एम्स में इलाज चला था. लेकिन 23 सितंबर की रात करीब 8:30 बजे उनका निधन हो गया. अंगड़ी भारत सरकार में रेल राज्यमंत्री थे.

अंगड़ी साल 2004 से सांसद थे और उन्हें मोदी सरकार में साल 2019 में रेल राज्य मंत्री बनाया गया था. वो कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता थे. वो लगातार 2004, 2009, 2014 और 2019 में सांसद चुने गए.

पूर्व क्रिकेटर और यूपी सरकार में मंत्री चेतन चौहान

16 अगस्त को पूर्व भारतीय क्रिकेटर और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री चेतन चौहान का निधन हो गया था. वो गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में कोरोना वायरस की वजह से एडमिट थे. उनकी किडनी फेल हो गई जिसकी वजह से उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर रखा गया था.

चेतन चौहान अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा के विधायक थे और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री. उत्तर प्रदेश में वो सैनिक कल्याण, होम गार्ड, पीआरडी, नागरिक सुरक्षा विभाग के मंत्री थे.

यूपी सरकार में मंत्री कमल रानी वरुण

2 अगस्त को ही उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री कमला वरुण का कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित होने की वजह से निधन हो गया था. वो योगी सरकार में टेक्निकल एजुकेशन मंत्री थीं. 18 जुलाई को कोरोना संक्रमित होने के बाद लखनऊ के पीजीआई में उनका इलाज चल रहा था.

मुंबई से झारखंड लौट रहे मजदूर की मौत

मई में झारखंड के कामगार मजदूर बैजनाथ महतो की मुंबई से लौटते समय मौत हो गई थी. लेकिन उसकी लाश परिवार वालों को नहीं मिली.

बताया जाता है कि बैजनाथ महतो मुंबई से एक ट्रक से झारखंड के लिए निकले थे. लेकिन रास्ते में तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई. वहीं, ट्रक में मौजूद साथी उसे कोरोना मरीज समझ कर फरार हो गए और ट्रक लाश को लेकर वापस चला गया.

दिल्ली पुलिस में कोरोना वायरस से पहली मौत

पुलिस और सुरक्षा बल कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद से फ्रंटलाइन पर इसका मुकाबला कर रहे हैं. ऐसे में वो भी इस संक्रमण से बच नहीं पाए. दिल्ली पुलिस के कई जवान कोरोना वायरस संक्रमित हुए हैं. लेकिन 6 मई को दिल्ली पुलिस के 31 साल के एक कांस्टेबल की संक्रमण से मौत हो गई.

बुखार और कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद कांस्टेबल को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसका कोरोना टेस्ट हुआ था लेकिन टेस्ट रिपोर्ट आने से पहले ही उसकी मौत हो गई थी.

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