चीन में कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. अब तक 213 लोगों की मौत हो चुकी है और कम से कम 9000 लोग पीड़ित हैं. चीन के वुहान शहर में करीब 700 लोग थे. वहां से भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया की एक फ्लाइट रवाना हो चुकी है. एयर इंडिया के सीएमडी, अश्वनी लोहानी के अनुसार, आज कम से कम 400 भारतीयों को निकाला जाएगा. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोनावायरस को लेकर हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है.
त्रिशूर मेडिकल कॉलेज में एक अलग वार्ड बनाया गया है
केरल में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गई एक छात्रा को शुक्रवार को जनरल अस्पताल से त्रिशूर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री के. के. शैलजा ने राज्य में नोवेल कोरोनावायरस का मामला सामने आने के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को देर रात मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उच्च स्तरीय बैठक की. इसके बाद छात्रा को मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाने का फैसला किया गया.
कोरोनावायरस के लक्षणों को लेकर डॉक्टरों से संपर्क करने के बाद से मरीज को जनरल अस्पताल के एक अलग वार्ड में रखा गया था.
त्रिशूर मेडिकल कॉलेज में अलग से एक विशेष वार्ड बनाया गया है जिसमें एक बार में कम से कम 24 मरीजों का इलाज करने की सुविधा है.
राज्य में कम से कम 1,053 लोगों को निगरानी में रखा गया है. वाम लोकतांत्रिक मोर्चे की सरकार इस आपात स्थिति से निपट रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार को बताया था कि मरीज की कोरोनावायरस की जांच में नतीजा पॉजिटिव आया है.
क्या है कोरोनावायरस?
डब्लूएचओ के मुताबिक यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है. संक्रमण की शुरुआत चीन के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से ही हुई मानी जा रही है. ये वायरस ना केवल इंसानों बल्कि पशुओं को भी अपना शिकार बना रहा है. डब्ल्यूएचओ ने इस बात की पूरी संभावना जताई है कि यह वायरस परिवार के लोगों में एक से दूसरे को फैल सकता है.
क्या हैं संक्रमण के लक्षण?
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को सबसे पहले पहले सांस लेने में दिक्कत होती है. उन्हें गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. फिर यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है. निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है.
अभी तक सीधे तौर पर कोरोना वायरस को खत्म करने वाली कोई वैक्सीन नहीं है लेकिन इसके लक्षणों के आधार पर डॉक्टर इसके इलाज में दूसरी जरूरी दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. वैक्सीन तैयार करने पर भी काम चल रहा है.
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