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क्या बढ़ सकता है लॉकडाउन? राज्यों की मांग और ऐलान दे रहे संकेत

महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब,ओडिशा की सरकारों ने बैन को 3 मई से आगे बढ़ाने का संकेत दिया है

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एक बार फिर लॉकडाउन पर सस्पेंस गहराया हुआ है. देशभर में 3 मई तक के लॉकडाउन का आदेश है. लेकिन अब कई राज्य लॉकडाउन की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, साथ ही इसके लिए कदम भी उठाने लगे हैं. दिल्ली सरकार ने कहा है कि लॉकडाउन को 16 मई तक बढ़ाया जाना चाहिए. इसके बाद महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और ओडिशा की सरकारों ने हॉटस्पॉट इलाकों में बैन को 3 मई से आगे बढ़ाने का संकेत दिया है. तेलंगाना में तो पहले ही लॉकडाउन को 7 मई तक बढ़ाने का आदेश दे दिया गया है.

इन ऐलानों के साथ-साथ कई राज्य अपने-अपने निवासियों को दूसरे राज्यों से बुलाने के काम भी जुटे दिख रहे हैं.

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प्रवासी कामगारों पर केंद्र से बात जारी: उद्धव ठाकरे

3 मई को लॉकडाउन खत्म हो रहा है लेकिन उद्धव ठाकरे प्रवासी कामगारों के मुद्दे पर केंद्र से बात कर रहे हैं.उन्होंने कहा, ''मैं प्रवासी कामगारों को भरोसा दिलाता हूं कि मैं केंद्र से बात कर रहा हूं और जो भी संभव होगा, जल्द ही किया जाएगा.''

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र ने यूपी, बिहार , राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ को कहा है कि वो राज्य में मौजूद करीब 3.5 लाख कामगारों को उनके गृह राज्यों में ले जाए. राज्य सरकार इन कामगारों को बॉर्डर तक ले जाने और उनके राज्यों को सौंपने के इच्छुक है.

कोटा से वापस लाए जा रहे जम्मू-कश्मीर के छात्र

वहीं जम्मू कश्मीर के प्रमुख सचिव रोहित कंसल ने 26 अप्रैल को ही बताया कि कोटा में जम्मू-कश्मीर के 376 छात्र कल वापस आने को तैयार हैं.सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है.हाल ही में जैसलमेर और दूसरी जगहों से छात्रों और अन्य लोगों को वापस लाया गया था. इससे पहले भी यूपी ने अपने छात्रों को वापस लाने के लिए बसें भेजी थी.

महाराष्ट्र के नांदेड़ में फंसे सिख श्रद्धालुओं के एक जत्थे को भी 26 अप्रैल को पंजाब वापस लाया गया है. पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने ये भी बताया कि कोटा के 150 छात्र 7 बसों में पंजाब आ रहे हैं और कल सुबह पंजाब पहुंचेंगे. इसके अलावा, पंजाब सरकार की 60 बसें 2,700 पंजाबी नागरिकों को लाने के लिए जैसलमेर जा रही हैं, जो वहां 5 राहत शिविरों में फंसे हुए हैं.

ऐसी गतिविधियों को देखकर तो ऐसा लगता है कि 3 मई को लॉकडाउन खत्म होगा, ऐसा राज्य सरकतारें तो नहीं सोच रही हैं.

आखिर सस्पेंस में क्यों है सरकार?

दरअसल, कोरोना वायरस के जो आंकड़े हर रोज सामने आ रहे हैं, उससे साफ है कि खतरा अभी बिलकुल भी नहीं टला है. सरकार के रोजाना जारी होने वाले आंकड़ों की मानें तो काफी सुधार देखने को मिला है. लेकिन राज्यों के आंकड़े देखें तो कहीं हालात सुधरे हैं, वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां कोरोना के मामलों में अचानक उछाल देखने को मिला है.स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़े के मुताबिक अब तक 4 हजार 813 लोग ठीक हो चुके हैं. इससे भारत का कुल रिकवरी रेट 19.89 प्रतिशत तक चला गया है.

अभी लॉकडाउन ने कोरोना पर थोड़ी लगाम लगा रखी है, जैसे ही इस लगाम को छोड़ा जाता है तो कोरोना के मामले बेकाबू भी हो सकते हैं. अब 3 मई को एक बार फिर लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा या फिर इसमें ढील दी जाएगी, ये देखना अभी बाकी है.

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