असम के तेजपुर से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद इंडो-चीन बॉर्डर के पास से लापता हुए इंडियन एयरफोर्स के फाइटर जेट सुखोई-30 का रविवार को ब्लैक बॉक्स मिल गया. एयरफोर्स के बचाव और तलाशी दल ने इसे हादसे वाली जगह से बरामद किया है. हालांकि, विमान में सवार दोनों पायलटों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है
तेजपुर में एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया-
तलाशी अभियान पर निकली एक टीम असम और अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे जंगलों में दुर्घटनास्थल पर पहुंचने में सफल रही और ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया.
प्रवक्ता ने आगे कहा, "आगे की तलाश अभी जारी है, लेकिन दोनों पायलटों के संबंध में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है."
क्या होता है ब्लैकबॉक्स ?
किसी भी एयरक्राफ्ट में लगा ब्लैकबॉक्स ऐसा उपकरण हैं जिसके जरिए ये पता लगाया जा सकता है कि दुर्घटना होने के पीछे क्या वजह थी. ब्लैकबॉक्स में रिकॉर्ड डेटा कई सालों तक सुरक्षित रहता है.
बता दें कि इस एयरक्राफ्ट ने 23 मई को सुबह 10.30 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन बाद में इसका संपर्क कंट्रोल रूम से टूट गया था और ये भारत-चीन सीमा के पास लापता हो गया. बाद में इसका मलबा तेजपुर से करीब 60 किमी दूर जंगल में मिला.
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