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Cyrus Mistry Death: 30 अरब डॉलर के Shapoorji Pallonji Group का मालिक कौन होगा?

Cyrus Mistry को दिसंबर 2012 में टाटा ग्रुप का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.

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157 साल पुराने कई अरब डॉलर के शापूरजी पलोनजी ग्रुप (Shapoorji Pallonji Group) के सबसे यंग वंशज साइरस मिस्त्री की एक सड़क एक्सीडेंट में मौत हो गई. 30 अरब डॉलर के शापूरजी पलोनजी ग्रुप की टाटा ग्रुप में 18.6 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसकी स्थापना पल्लोनजी मिस्त्री (साइरस के परदादा) ने 1865 में लिटिलवुड पलोनजी एंड कंपनी (Littlewood Pallonji & Co) के रूप में की थी. Bloomberg billionaires इंडेक्स के मुताबिक 2022 में SP ग्रुप की कुल संपत्ति लगभग 30 अरब डॉलर है.

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साइरस की निगरानी में टाटा ग्रुप की कीमत 12.5 प्रतिशत के CAGR से बढ़ी, जबकि उसका कर्ज 9.98 प्रतिशत की धीमी गति से ​​1.89 लाख करोड़ रूपए से बढ़कर 2.29 लाख करोड़ हो गया. इस दौरान नेट प्रॉफिट 42.3 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ा, जो उनके कार्यकाल के दौरान कुशल संचालन का संकेत देता है.

एसपी ग्रुप की दिलचस्पी इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन से लेकर उसके फ्लैगशिप एफकॉन्स, रियल एस्टेट, कंज्यूमर गुड्स और सोलर पावर तक है, जो मौजूदा वक्त में 50 से अधिक देशों में 50 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देता है.

54 साल के साइरस, पल्लोनजी मिस्त्री के सबसे छोटे बेटे थे और अब उनकी पत्नी रोहिका और दो बेटे फिरोज और जहान हैं.

साइरस को दिसंबर 2012 में टाटा ग्रुप का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने अपने बड़े भाई शापूर मिस्त्री को सौंप दी थी.

2019 के अंत में ग्रुप में मैनेजमेंट को लेकर कुछ बदलाव हुए, शापूर के बेटे 26 साल के Pallon को ग्रुप की होल्डिंग कंपनी के बोर्ड में शामिल किया गया, जबकि बेटी तान्या ग्रुप की कॉर्पोरेट सोशल एक्टिविटीज को संभाल रही थी. पैलोन अब ग्रुप के शीर्ष पैनल का हिस्सा हैं.

शापूरजी पलोनजी एंड कंपनी खासतौर से अपने इंजीनियरिंग कौशल के लिए पहचानी जाती है और अपने प्रमुख Afcons के तहत देश की सबसे पुरानी डोमेस्टिक इंजीनियरिंग और कॉन्सट्रक्शन कंपनी है. ग्रुप के इंजीनियर्स ने पूरे एशिया में आलीशान होटेल, स्टेडियम, बिल्डिंग्स और कारखानों का कॉन्सट्रक्शन किया है.

कंपनी ने बनाई हैं कई बड़ी इमारतें

पिछले कई सालों के दौरान ग्रुप द्वारा बनाए गए जानी-मानी बिल्डिंग्स में भारतीय रिजर्व बैंक हेडक्वार्टर्स, BSE टावर्स, मुंबई में ओबेरॉय होटल के अलावा ओमान के सुल्तान के लिए नीला और सोना अल आलम पैलेस (Al Alam palace ) शामिल हैं. इसके अलावा राजस्थान में सबसे बड़ी शिव मूर्ति (Statue of Belief) और दुनिया में चौथी सबसे बड़ी मूर्ति भी इसी ग्रुप ने बनाई है. साथ ही दुबई में जुमेराह लेक टावर्स (Jumeirah Lake Towers) और मॉरीशस में एबेने साइबर सिटी (Ebene Cyber City) भी SP ग्रुप ने ही बनाया है.

कंपनी ने हाल के दिनों में चिनार रेलवे ब्रिज, अटल सुरंग, ढाका-चटगांव रेलवे कॉरिडोर और कोलकाता मेट्रो का निर्माण किया है.

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इसके अलावा कंपनी ने मुंबई में ब्रेबोर्न स्टेडियम, नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन का निर्माण केवल 21 महीनों में 1.6 करोड़ रूपए में किया था. 2010 में कंपनी ने देश की उस समय की सबसे ऊंची इमारत- द इम्पीरियल का निर्माण किया, जो मुंबई में स्थित है.

सितंबर 2021 में 4,400 करोड़ रुपये में निजी इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल द्वारा समर्थित फर्म लूनोलक्स को अपनी शेष 8.7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के बाद, शापूरजी पलोनजी ग्रुप कंज्यूमर ड्यूरेबल्स व्यवसाय यूरेका फोर्ब्स (Eureka Forbes) से बाहर हो गया था, जो अपने वैक्यूम क्लीनर और वाटर प्यूरीफायर के लिए जाना जाता है.

इसी तरह कंपनी ने अक्टूबर 2021 में स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर पावर में अपनी अधिकतर हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज की यूनिट को बेच दी.

2012 के बाद से पल्लोनजी मिस्त्री के रिटायरमेंट ऐलान के बाद ग्रुप उनके सबसे बड़े बेटे और साइरस के बड़े भाई शापूर पल्लोनजी मिस्त्री की देख-रेख में रहा है.
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दिसंबर 2012 में, साइरस को टाटा संस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, जिसके बाद वह पारिवारिक बिजनसे से पूरी तरह से हट गए. वो यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि टाटा समूह के साथ हितों का कोई टकराव नहीं है, जिसमें उनकी पारिवारिक कंपनियों को प्रवेश करने से प्रतिबंधित करना शामिल है.

2003 की शुरुआत में मिस्त्री परिवार ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी और आयरिश नागरिक बन गए. ऐसा इसलिए भी था क्योंकि साइरस की मां, पात्सी पेरिन दुबाश, डबलिन से हैं और उनकी नागरिकता शादी की वजह से बदली क्योंकि उन्होंने एक आयरिश नागरिक से शादी की थी.

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