दिल्ली के एक कॉलेज में प्रदर्शन के दौरान ‘कश्मीर आजाद’ के पोस्टर वाली एक तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने इसका संज्ञान लिया है. इससे पहले मुंबई में JNU हिंसा के खिलाफ सोमवार 6 जनवरी को ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर दिखने पर विवाद हुआ था.
सोशल मीडिया पर बुधवार 8 जनवरी को एक पोस्ट खूब देखा गया. इसमें दावा किया गया कि दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में बुधवार को JNU हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन हुआ, जिसमें ‘कश्मीर आजाद’ का पोस्टर देखा गया.
ये दावा करने वालों में दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तजिंदरपाल सिंह बग्गा भी थे. बग्गा ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि सेंट स्टीफेंस कॉलेज में कश्मीर आजाद का पोस्टर लहराया गया.
DU के प्रतिष्ठित कॉलजों में शुमार स्टीफेंस में बुधवार को छात्रों ने प्रदर्शन किया. ये छात्र 5 जनवरी को JNU में हुई हिंसा और उससे पहले दिसंबर में जामिया मिल्लिया में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
देर शाम एएनआई ने दिल्ली पुलिस के हवाले से बताया कि इस वायरल पोस्ट का संज्ञान लिया गया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस पोस्ट में दिखाई गई फोटो की सत्यता की जांच करेगी और उसके मुताबिक कार्रवाई करेगी.
मुंबई में दिखा था फ्री कश्मीर का पोस्टर
इससे पहले JNU हिंसा के खिलाफ 6 जनवरी को मुंबई में भी प्रदर्शन हुआ था. उस प्रदर्शन के दौरान भी एक लड़की ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर पकड़े हुए थी, जिसपर विवाद हुआ था. विवाद के बाद मुंबई पुलिस ने लड़की के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
विवाद के बाद अगले ही दिन महक मिर्जा प्रभु नाम की इस लड़की ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वो कश्मीर में इंटरनेट शटडाउन और संवैधानिक अधिकारों की बात कर रही थीं.
हालांकि इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि वो महक के खिलाफ दर्ज एफआईआर का रिव्यू करेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)