दिल्ली में चल रहे किसानों के प्रदर्शन से एक बड़ी खबर सामने आई है. दिल्ली बॉर्डर पर एक किसान ने आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि सुसाइड करने वाले किसान का नाम बाबा राम सिंह है, जो हरियाणा के एक गुरुद्वारे में प्रमुख थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली. सुसाइड से पहले उन्होंने एक नोट लिखा था, जिसमें किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैये का जिक्र किया गया था.
सुखबीर बादल बोले- हालात और न बिगड़ने दे सरकार
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बाबा राम सिंह के सुसाइड को लेकर ट्वीट किया है और कहा है कि केंद्र हालात को और न बिगड़ने दे. उन्होंने ट्विटर पर कहा,
“संत बाबा राम सिंह जी ने किसानों की पीड़ा को देखते हुए सिंघु बॉर्डर पर खुद को गोली मार दी, ये सुनकर स्तब्ध हूं. संत जी के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा. मैं सरकार से अपील करता हूं कि स्थिति को और खराब न होने दें और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करें.”
‘किसानों के लिए खुद का बलिदान’
सुसाइड नोट के मुताबिक 65 साल के बाबा राम सिंह ने लिखा है कि वो किसानों का दर्द महसूस कर सकते हैं जो अपने अधिकारों को लिए लड़ रहे हैं. मैं उनका दर्द बांट रहा हूं क्योंकि सरकार उनके साथ न्याय नहीं कर रही है. इसके बाद आखिर में उन्होंने लिखा कि किसानों के लिए कई लोगों ने अपने अवॉर्ड वापस कर दिए, लेकिन मैं खुद का बलिदान दे रहा हूं.
पुलिस के मुताबिक बाबा राम सिंह को गोली लगने के बाद उन्हें पानीपत पार्क हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद उनके शव को करनाल भेज दिया गया है. जहां वो रहते थे.
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