एक साल से बंद दिल्ली का चिड़ियाघर 1 अप्रैल से आम जनता के लिए खुलने वाला है, जिसको लेकर चिड़ियाघर में तमाम तैयारियां की जा चुकी हैं. इसी सिलसिले में शनिवार को दिल्ली के चिड़ियाघर में छात्रों ने आकर करीब 40 कूड़ेदानों पर आकृतियां बनाकर उन्हें सुंदर बनाने का प्रयास किया. कूड़ेदानों पर आकृतियां इसलिए बनाई गईं, ताकि जब लोग चिड़ियाघर में प्रवेश करें तो उन्हें हर तरफ सुंदरता नजर आए. चिड़ियाघर में प्रवेश करते ही विभिन्न प्रकार की आकृतियां नजर आएंगी जो आगंतुकों को लुभाएंगी.
ऑनलाइन टिकट बुकिंग
अप्रैल में लोग चिड़ियाघर आकर घूम सकेंगे, लेकिन उन्हें कोविड गाइडलाइंस का पालन भी करना पड़ेगा, वहीं चिड़ियाघर में शुरुआत में हजार लोगों को भेजा जाएगा और लोग दो स्लॉट में आकर घूम सकेंगे. एक स्लॉट के बाद चिड़ियाघर को सेनिटाइज किया जाएगा.
लोगों को चिड़ियाघर आने से पहले ऑनलाइन टिकट बुक करानी होगी. जिसके पास ऑनलाइन टिकट नहीं रहेगा, उसे चिड़ियाघर में प्रवेश नहीं मिल सकेगा. टिकट का दाम अब 80 रुपये रहेगा, पहले इसकी 40 रुपये हुआ करता था.
लोगों को कोविड गाइडलाइंस का पालन करना होगा, मुंह पर मास्क और एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखनी होगी. चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडेय ने आईएएनएस को बताया,
“दिल्ली चिड़ियाघर एक साल से बंद था. चिड़ियाघर का प्रवेश पॉइंट बहुत महत्वपूर्ण होता है. वल्र्ड लाइफ डे के दिन हमने वॉल पेंटिंग का कर्यक्रम किया था. यहां करीब 40 कूड़ेदान रखे हुए थे, जो पुराने लग रहे थे और उनका रंग नीला था, जो यहां के वातावरण से मेल नहीं खाता था. अब रंगाई हो जाने से ये खूबसूरत दिखने लगे हैं.”
उन्होंने कहा, "एंट्री पॉइंट पर रखे इन कूड़ेदानों को हमने दिल्ली स्ट्रीट आर्ट के सहयोग से नेचर थीम की पेंटिंग से खूबसूरत बनाने का प्रयास किया है. इसमें विश्वविद्यालय के छात्र, टीचर और अन्य लोगों का सहयोग मिला है. ये डस्टबिन रंगबिरंगे दिखें, चिड़ियाघर में आने वाले लोगों को लुभाएं, इस मकसद से इन पर आकृतियां बनाई गई हैं."
दरअसल, पहले कोविड-19 का खतरा व उसके बाद बर्ड फ्लू का संकट चिड़ियाघर प्रबंधन के लिए सिरदर्द बन गए थे. संकट के दौरान चिड़ियाघर में रहने वाले वन्यजीवों की देखभाल दोगुनी चौकसी के साथ की जा रही थी.
लोगों को 2 स्लॉट में बुलाने की कोशिश
पांडेय ने आगे बताया, "1 अप्रैल से खोलने के प्लान के तहत हम टिकट ऑनलाइन देंगे. लोगों को 2 स्लॉट में बुलाने की कोशिश करेंगे, वहीं विजिटर्स की संख्या भी कम रखेंगे. शुरुआत 1 हजार लोगों को प्रवेश देंगे. जब सभी चीजें व्यवस्थित रूप से चलने लगेंगी, तब आगंतुकों की संख्या बढ़ाई जाएगी." उन्होंने कहा,
“एक स्लॉट के लिए खोलने के बाद सेनिटाइजेशन करने में समय लगता है. इसलिए दो स्लॉट में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा. हमारी तैयारी कोरोना को लेकर है. हमारा एक्शन कोरोना गाइडलाइंस के तहत ही होगा.”
पांडेय ने कहा, "विजिटर्स के पास मास्क और सेनिटाइजर होना चाहिए. हमारे पास एक पानी की टंकी है, जिस पर बंदर की तस्वीर बनवाई जा रही है, जो मास्क पहने हुए रहेगा. इससे लोग मास्क पहनने के लिए जागरूक होंगे."
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