हाल ही में हुई नोटबंदी से सभी तरह के व्यापार प्रभावित हुए हैं. इनमें महाराष्ट्र के पुणे और दूसरे शहरों में सेक्स वर्कर और ट्रांसजेंडर की जीविका भी शामिल है. पूरी तरह कैश पेमेंट पर आश्रित ये व्यापार पर पूरी तरह चौपट हो गया है.
जरूरतमंदों की मदद करने वाले बिजनेसमैन तहसीन पूनावाला बताते हैं कि इन सेक्स वर्कर्स को अधिकांश ग्राहक 500 या 1000 के नोट देते थे, जिससे उनकी जमा पूंजी रातोंरात अवैध हो गई.
अब हालात ये है कि सेक्स वर्कर्स और उनके बच्चे भुखमरी का शिकार हो रहे हैं.
कुछ ऐसी ही सेक्स वर्कर्स की स्थिति द क्विंट ने भी कवर की है. इस वीडियो के जरिए देखिए सेक्स वर्कर्स की दयनीय हालात.
सेक्स वर्कर्स की ऐसी हालत को देखते हुए मदद करने वाले बिजनेसमैन तहसीन पूनावाला बताते हैं:
“हम लोगों ने लोकल होटल, रेस्तरां और दूसरे स्थानों से संपर्क किया, जहां खाना परोसा जाता है. इन जगहों के मालिकों से इन लोगों को खिलाने के लिए अतिरिक्त या बचा हुआ खाना दान करने का आग्रह किया है.”
पूनावाला के मुताबिक, इस मुहिम के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं. रोजाना करीब 200 लोगों को खाने के पैकेट मुहैया कराए जा रहे हैं. वे कहते है कि सरकार को प्रभावित वर्ग की स्थिति पर विचार करना चाहिए. पूनावाला कहते हैं:
सबसे बुरी स्थिति यह है कि इनमें से अधिकांश के पास बैंक खाता या पहचान पत्र नहीं है. इनके पेशे से जुड़ी सामाजिक मान्यताओं की वजह से इन्हें समाज ने त्याग दिया है. ये हर चीज के लिए पूरी तरह से नकद लेन-देन पर निर्भर हैं.
पूनावाला और उनके दोस्त पूरी तरह कमजोर वर्ग की मदद कर रहे हैं और लोगों से उम्मीद कर रहे हैं कि जगह-जगह लोग इनकी मदद के लिए सामने आएं.
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