छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने 26 अक्टूबर को सीएम आवास में गौरी गौरा की पूजा कर गोवर्धन पूजा और देवारी तिहार का शुभारंभ किया. परंपरा के मुताबिक सीएम और उनकी पत्नी ने गौवंश को खिचड़ी भी खिलाई.
महिला कलाकारों ने सुआ नृत्य से दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
छत्तीसगढ़ में गोवर्धन पूजा के दिन गायों की पूजा करने की परंपरा है. गायों को सजा-धजा कर उनकी पूजा कर खिचड़ी खिलाई जाती है और गोधन के रूप में अमूल्य चीजों के लिए श्रद्धा और आभार प्रकट किया जाता है. मुख्यमंत्री निवास परिसर में गोवर्धन एवं देवारी तिहार के अवसर पर महिला लोक कलाकारों ने छत्तीसगढ़िया वेशभूषा में सुआ नृत्य प्रस्तुत किया.
पारंपरिक वेशभूषा में राउत नर्तक दलों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री
छत्तीसगढ़ में यादव समाज के लोग गोवर्धन पूजा के दिन राउत नाचा करते हैं. इस नृत्य में पशुधन की वृद्धि, फसल उत्पादन बढ़ाने की कामना के साथ ही सभी की मंगलकामना की जाती है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने पारंपरिक वेशभूषा में राउत नर्तक दलों के बीच पहुंचकर उनका उत्साह बढ़ाया. उन्होंने गाड़ा बजा की धुन पर नर्तक दल के साथ कदम मिलाकर राउत नाच में उनका साथ दिया.
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सीएम ने कहा कि सरकार गोवंश के हितों के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है. सीएम ने आगे कहा
भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा को प्राथमिकता दी. हमारी छत्तीसगढ़ सरकार भी गौ माता की सेवा करने का काम कर रही है. गोवंश के हित में हमारी सरकार लगातार हम कर रही है. आज पशुपालकों को भी इसका लाभ मिल रहा है. दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी, बिलासपुर, कबीरधाम सहित पूरे प्रदेश के नागरिक यहां आए हैं.भूपेश बघेल, सीएम छत्तीसगढ़
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