ADVERTISEMENTREMOVE AD

ट्रंप को PM मोदी का इंतजार, इस महीने के अंत तक US का दौरा मुमकिन

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा होगी.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप काफी उत्‍साहित हैं. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका इस महीने के अंत में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी करने का इंतजार कर रहा है.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नौअर्ट ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा:

हम भारतीय प्रधानमंत्री से वाशिंगटन में मिलने के लिए उत्सुक हैं. मेरा मानना है कि ऐसा इस महीने के अंत में होगा.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

हालांकि अभी तक पीएम मोदी के दौरे की तारीखों का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन व्हाइट हाउस ने 26-27 जून को प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की पहली मुलाकात की तैयारियां शुरू कर दी हैं.

पहली बार मिलेंगे मोदी और ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा होगी. दोनों ही देश के नेता एक-दूसरे से फोन पर कम से कम तीन बार बात कर चुके हैं.

अमेरिका में ओबामा के राष्ट्रपति रहते हुए पीएम मोदी ने बराक अबोमा के साथ रिकॉर्ड आठ बार बैठकें की थीं. मोदी ने तीन बार वाशिंगटन की यात्रा की, जबकि ओबामा ने ऐतिहासिक रूप से 2015 में भारत के गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की.

पीएम मोदी के दौरे पर स्‍थ‍िति साफ नहीं

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से लेकर अभी तक ट्रंप ने भारत से अमेरिका के रिश्ते को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है.

डोनाल्ड ट्रंप के ने राष्ट्रपति बनते ही भारतीय आईटी कंपनियों पर रोक लगा दी थी. उसके अलावा पेरिस जलवायु समझौते से भी अमेरिका को अलग कर लिया था. इससे अलग होते हुए भारत पर आरोप लगाया था कि भारत ने प्रदूषण रोकने के लिए कुछ नहीं किया है.

साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा था कि भारत को लगातार ग्लोबल वॉर्मिंग के नाम पर विदेशी मदद मिल रही है. 2015 में भारत को 3.1 बिलियन डॉलर की मदद मिली थी, जिसमें से कुल 100 मिलियन डॉलर की मदद तो सिर्फ अमेरिका ने ही की थी. लेकिन भारत ने प्रदूषण रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

ऐसे में पीएम मोदी का अमेरिका दौरा खटाई में पड़ता नजर आ रहा था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×