जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप में शहीद हुए जवानों पर सियासत करने वालों को भारतीय सेना ने जवाब दिया है. सेना ने कहा है जो लोग शहीद जवानों का धर्म बताकर सियासत कर रहे थे, उन्हें सेना के बारे में कोई जानकारी नहीं हैं. सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबू आतंकी हमले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे.
बता दें कि बीते शनिवार को सुंजवान आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे. इन शहीदों को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने विवादित बयान दिया था.
हम शहादत को सांप्रदायिक रंग नहीं देते. जो इस पर बयानबाजी कर रहे हैं, वो सेना के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं.लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबू
ओवैसी ने क्या कहा था?
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को सुंजवान आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों पर बयान दिया था.
7 में से 5 लोग जो मारे गए, वो कश्मीरी मुसलमान थे. अब इस पर कुछ क्यों नहीं बोला जा रहा है. इससे सबक हासिल करना पड़ेगा, उन लोगों को जो मुसलमानों की वफादारी पर शक करते हैं, जो उनको आज भी पाकिस्तानी कह रहे हैं. हम तो जान दे रहे हैं.असदुद्दीन ओवैसी
सुंजवान आतंकी हमले पर सेना का बयान
जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप और श्रीनगर के सीआरपीएफ कैंप के अलावा हाल ही में हुए दूसरे आतंकी हमलों को लेकर की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल देवराज ने कहा, 'दुश्मन हतोत्साहित है...इसलिए वह सॉफ्ट टारगेट ढूंढ रहे हैं. जब वह सीमा पर फेल हो जाते हैं तो कैंपों को निशाना बनाते हैं. हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है. साल 2017 में हमने आतंकियों के टॉप कमांडर्स को खत्म करने पर फोकस किया था.’
लेफ्टिनेंट जनरल देवराज ने कहा कि जो भी देश के खिलाफ खड़ा होगा, वह आतंकी है और हम उससे सख्ती से निपटेंगे.
आतंक को बढ़ावा देने में सोशल मीडिया जिम्मेदार
सेना ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि आतंक को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया जिम्मेदार है. लेफ्टिनेंट जनरल देवराज ने कहा, 'आतंक को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया भी जिम्मेदार है. इस पर बड़ी संख्या में युवा जुड़े हुए हैं. निश्चित रूप से यह यह चिंता का विषय है. हमें इसपर ध्यान देने की जरूरत है.'
‘आतंकियों से सख्ती से निपटेंगे’
लेफ्टिनेंट जनरल देवराज ने कहा, ‘सभी तीनों आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा कश्मीर में एक साथ आ गए हैं. अब उनमें कोई अंतर नहीं रह गया है. आतंकी एक संगठन से दूसरे संगठन में जा रहे हैं. जो भी हथियार उठा रहे हैं और देश के खिलाफ हैं, वे आतंकी हैं और हम उनसे सख्ती से निपटेंगे.’
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