सिविल एविएशन के डायरेक्टर जनरल ने तीन एयरलाइंस कंपनियों (एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट) के दो-दो पायलटों को सस्पेंड कर दिया है. दरअसल, सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि इन पायलटों की वजह से उनका विमान कम फ्यूल होने के बावजूद देर तक हवा में उड़ता रहा.
पूरा मामला इस तरह है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 30 नवंबर को इंडिगो की फ्लाइट से कोलकाता जा रही थीं. एयर इंडिया और स्पाइस जेट के प्लेन उनके प्लेन से आगे थे और उनको इंडिगो से पहले लैंड करना था. तकनीकी वजह से ममता की फ्लाइट को लैंड करने में देरी हो गई थी.
ममता बनर्जी ने इस मामले को राजनीतिक मोड़ दे दिया, जिस वजह से सिविल एविएशन के डायरेक्टर जनरल ने कड़ा एक्शन लेते हुए 6 पायलटों को सस्पेंड कर दिया.
एयरलाइंस फैसले से नाखुश
एयरलाइंस कंपनियां सिविल एविएशन के इस फैसले से खुश नहीं है. इन कंपनियों ने विमान की देरी से लैंडिंग की वजह फ्यूल की कमी होने से साफ इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि तीनों फ्लाइट में इतना फ्यूल था कि वह आसपास किसी और एयरपोर्ट पर भी लैंड कर सकते थे.
इस मामले में शामिल हमारे दोनों पायलट रेगुलेटरी द्वारा की जा रही किसी भी जांच में सहयोग के लिए तैयार हैंस्पाइसजेट
एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि फ्लाइट ने अपने समय से एक घंटे बाद उड़ान भरी थी और तकनीकी कारणों से 30 मिनट से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाना पड़ा था. अधिकारियों के मुताबिक, किसी भी हवाई अड्डे पर ऐसी घटना कोई नई बात नहीं है.
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