तमिलनाडु की आरकेनगर सीट पर उपचुनाव से ठीक एक दिन पहले भूतपूर्व सीएम जयललिता का एक वीडियो सामने आया है. यह वीडियो शशिकला गुट ने जारी किया है. माना जा रहा है कि शशिकला गुट ने यह वीडियो उपचुनाव में जनता की सहानुभूति पाने के लिए जारी किया है. चुनाव आयोग ने इस वीडियो के लिए शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरन को कड़ी फटकार लगाई है और मीडिया से इस वीडियो को न दिखाने की अपील की है.
जयललिता का वीडियो उनकी करीबी रहीं शशिकला के भतीजे दिनाकरन के करीबी ने रिलीज किया है. तमिलनाडु की आरकेनगर सीट पर गुरुवार को उपचुनाव होना है. यह सीट जयललिता के निधन के बाद खाली हुई थी.
आरके नगर सीट पर उपचुनाव से ठीक पहले आया वीडियो
उपचुनाव से ठीक एक दिन पहले टीटीवी दिनाकरन के समर्थक पी वेतरीवेल ने वीडियो जारी किया. इस वीडियो में जयललिता बीमारी की हालत में अस्पताल के बेड पर बैठकर कुछ पीते हुए और शायद TV देखते दिखाई दे रही हैं, जो उनके अस्पताल में बिताए वक्त का पहला वीडियो है.
जयललिता का पिछले साल 5 दिसंबर को निधन हो गया था. निधन से पहले तीन महीने तक जयललिता अस्पताल में रही थीं. किसी ने भी उन्हें अस्पताल में नहीं देखा था, जिसकी वजह से उनके इलाज और हालत को लेकर विवाद खड़ा हो गया था. शशिकला उन्हें किस हालात में लेकर अस्पताल पहुंची थीं, इस पर सवाल भी खड़े किए गए थे.
कहा यह भी गया कि जब जयललिता को अस्पताल में लाया गया था, तब उनकी मृत्यु हो चुकी थी, लेकिन उन्हें सिर्फ राजनीतिक मकसद साधने के लिए अस्पताल में रखा गया था.
दिनाकरन गुट को चुनाव आयोग की फटकार
जयललिता का वीडियो सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है. तमिलनाडु के मुख्य चुनाव आयुक्त राजेश लोखानी ने दिनाकरन गुट के इस कदम को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है. उन्होंने कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर पी नायर इस मामले में दिनाकरन और वीडियो जारी करने वाले वेट्रीवल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे.
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपुल्स एक्ट के सेक्शन 126 (1)b का उल्लंघन किया है. इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि अंतिम 48 घंटों के भीतर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह की सामग्री को प्रसारित-प्रचारित नहीं किया जा सकता है.’
विपक्ष ने वीडियो की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
दिनाकरन गुट की ओर से रिलीज किए गए वीडियो की विश्वसनीयता पर विपक्ष ने सवाल उठाया है. एआईएडीएमके समेत विपक्षी दलों ने वीडियो के साथ छेड़छाड़ किए जाने की आशंका जताई है. विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि वीडियो को वेरिफाई किए जाने की आवश्यकता है. क्योंकि यह छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो लग रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)