एनफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट 9 फरवरी को न्यूज वेबसाइट 'न्यूजक्लिक' के दफ्तर पर जांच के लिए पहुंची. ED की टीमों ने वेबसाइट के दफ्तर के अलावा उनके संपादकों के घर पर भी जांच की. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक ईडी ने जानकारी दी है कि दिल्ली और गाजियाबाद में कई जगहों पर सर्च चल रही है और ये कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत किया जा रहा है. इस कार्रवाई के बाद एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने अपना बयान जारी कर दिया है.
एडिटर्स गिल्ड ने अपने बयान में साफ कहा है कि वो स्वतंत्र न्यूज वेबसाइट NewsClick.in के दफ्तर, उनके एडिटर्स, प्रमोटर और सीनियर मैनेजमेंट के यहां एनफोर्समेंड डायरेक्ट्रेट की इन छापेमारी की घटनाओं से चिंतित हैं.
सरकार और कॉरपोरेट के प्रति आलोचनात्मक रही है वेबसाइट
एडिटर्स गिल्ड मानता है कि हाल के दिनों में किसान आंदोलन से लेकर सीएए प्रदर्शनों तक वेबसाइट का कामकाज सरकार और कुछ कॉरपोरेट घरानों के प्रति काफी आलोचनात्मक रहा है. एडिटर्स गिल्ड ने कहा है कि सरकारी एजेंसियों द्वारा की जा रही छापेमारी का इस्तेमाल स्वतंत्र पत्रकारिता को दबाने की कोशिश के रूप में ना हो.
गिल्ड की मांग- न्यूज ऑपरेशन पर असर ना पड़े
गिल्ड मांग करती है कि न्यूजक्लिक खबरों से जुड़े कामकाज पर असर नहीं पड़ना चाहिए और संस्थान के पत्रकारों, सहयोगियों को किसी भी तरह से परेशान नहीं किया जाना चाहिए.
ED ने अपने बयान में कहा है कि पोर्टल के दफ्तर और पोर्टल चलाने वाली कंपनी के डायरेक्टर के घर पर छापा पड़ा है. कंपनी को विदेश से कुछ फंड मिला है और एनफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट इसी केस के तहत PMLA में जांच कर रही है. अधिकारियों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि दिल्ली पुलिस की इकनॉमिक अफेंस विंग में करीब एक महीने पहले इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
न्यूज क्लिक ने अपने बयान में कहा है कि- सत्य की जीत होगी, हमें कानूनी सिस्टम में पूरी आस्था है.'
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