Farmers Protest: केंद्र सरकार पर वादा-खिलाफी का आरोप लगाते हुए एक बार फिर किसानों ने कई मांगों के साथ दिल्ली की ओर कूच कर दिया है. हरियाणा- पंजाब से 'दिल्ली चलो' के नारे के साथ देश की राजधानी की ओर बढ़ रहे किसानों को रोकने के लिए शासन-प्रशासन ने पूरे इंतजाम किए हैं. सीमावर्ती राज्यों से दिल्ली को जोड़ने वाले तमाम बॉर्डर पर कंक्रीट के बैरिकेट लगाए गए हैं, लोहे के नुकीले कील लगाए गए हैं. कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुए जिसके बाद किसानों पर लाठीचार्ज के साथ-साथ आंसू गैस के गोले दागे गए हैं. ऐसे में देश की विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
'BJP राज में ये है भला कैसा अमृतकाल'- अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी के सबसे चर्चित स्लोगन 'अमृतकाल' पर सवाल उठाया.
अखिलेश यादव ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा, बीजेपी राज में ये है भला कैसा अमृतकाल किसानों पर आंसू गैस के गोलों की बौछार धिक्कार! धिक्कार!! धिक्कार!!!
अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा,
"किसानों के मार्च को रोकने और आंदोलन को खत्म करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल और राज्य के सीमाओं पर कीलें और बैरिकेड लगाए जा रहे हैं. दिल्ली (केंद्र) सरकार जानबूझ कर किसानों की आवाज दबाना चाहती है. यह सरकार के वही लोग हैं, जिन्होंने किसानों की आय दोगुनी, फसल की कीमत और एमएसपी (MSP) लागु करने का वादा किया था."
'हमारा देश कैसे प्रगति कर सकता है': सीएम ममता बनर्जी
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी निंदा की. उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा, "जब किसानों पर उनके बुनियादी अधिकारों के लिए लड़ने पर आंसू गैस के गोलों से हमला किया जाएगा तो हमारा देश कैसे प्रगति कर सकता है?
उन्होंने आगे कहा, बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की विफलता "विकसित भारत" के भ्रम को उजागर करती है. ममता ने किसानों का समर्थन करते हुए कहा, याद रखें, ये किसान ही हैं जो बड़े और शक्तिशाली लोगों सहित हम सभी का भरण-पोषण करते हैं. आइए सरकार की क्रूरता के खिलाफ अपने किसानों के साथ एकजुटता से खड़े हों."
किसानों को स्वामीनाथन कमीशन के अनुसार MSP की कानूनी गारंटी देंगे- कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ने ने अंबिकापुर, छत्तीसगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों को स्वामीनाथन कमीशन के अनुसार MSP की कानूनी गारंटी देंगे.
साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर किसानों की आवाज दबाने का आरोप लगाया है. उन्होंने मोदी सरकार पर किसानों से किए तीनों वादे तोड़ने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि 10 सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीनों वादे तोड़े हैं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीलें और बंदूकें, सबका है इंतजाम, तानाशाह केंद्र सरकार ने किसानों की आवाज़ पर जो लगानी है लगाम."
मोदी का किसानों से नफरत का सबसे बड़ा प्रमाण कीलें-बैरिकेडिंग- AAP
आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने एक्स हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, मोदी सरकार द्वारा देश के अन्नदाता किसानों को रोकने के लिए जितनी ताकत लगाई जा रही है उससे कम ताकत में तो MSP कानून बन सकता है लेकिन नीयत हो तब ना.
वहीं AAP ने अन्य पोस्ट के जरिए कहा, मोदी की देश के अन्नदाताओं से नफरत का सबसे बड़ा प्रमाण ये कीलें-बैरिकेडिंग हैं जो अन्नदाता किसान देश का पेट भरने के लिए जमीन पर फसल उगाते हैं कायर मोदी ने किसानों को रोकने के लिए रास्ते में कीलों का जाल बिछाया है.
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