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‘रैली के बाद 100 किसान लापता’ वाले आरोप पर दिल्ली पुलिस का जवाब

संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से लापता लोगों को लेकर जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर

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किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद कृषि कानूनों के खिलाफ खड़े हुए आंदोलन ने कई मोड़ लिए. लेकिन इस घटना के बाद से ही किसान नेता लगातार दिल्ली पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं. पहले आरोप लगाया गया कि दिल्ली पुलिस कुछ बीजेपी समर्थित लोगों को आंदोलन में घुसने की खुली छूट दे रही है, वहीं अब कई किसानों के लापता होने के आरोप लग रहे हैं. जिन्हें लेकर अब दिल्ली पुलिस की तरफ से सफाई आई है.

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44 FIR और 122 लोग गिरफ्तार- दिल्ली पुलिस

कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से बताया गया था कि, ट्रैक्टर रैली के बाद करीब 100 से ज्यादा ऐसे लोग हैं, जिनका अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है. जिनकी जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है. आरोप लग रहा था कि ये लोग पुलिस की हिरासत में हैं.

इन तमाम आरोपों को लेकर दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता की तरफ से बताया गया कि,

“दिल्ली पुलिस ने अब तक किसान आंदोलन को लेकर 44 एफआईआर की हैं, साथ ही कुल 122 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस की तरफ से किसी को भी गैरकानूनी तरीके से हिरासत में नहीं लिया गया है. ना ही बिठाकर रखा गया है. हमने दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर जानकारी शेयर की है. कोई भी आदमी अगर अरेस्ट हुआ है तो उसके परिजन वेबसाइट पर उसे देख सकते हैं. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें.”

संयुक्त किसान मोर्चा ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से लापता किसानों को लेकर एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. अपील की गई है कि अगर किसी को भी लापता लोगों की जानकारी मिलती है तो हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें.

26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर रैली के बाद दिल्ली पुलिस लगातार आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारियां कर रही है. साथ ही किसान नेताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज हो चुका है. इस हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे, जिनमें से कई पुलिसकर्मियों का अब तक इलाज जारी है.

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