कृषि बिल के खिलाफ देशभर के किसान आज सड़कों पर हैं, इस विरोध प्रदर्शन में करीर देशभर के 31 संगठन शामिल हुए हैं. वहीं कई विपक्षी पार्टियां भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई हैं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव तो ट्रैक्टर पर बैठकर किसानों के समर्थन में सड़क पर निकल आए.
तेजस्वी ने पटना की सड़कों पर ट्रैक्टर चलाया. आरजेडी ने कृषि बिल को किसान विरोधी बताते हुए शुक्रवार को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया था.
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तेजस्वी ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बिल के कारण किसान हताश, निराश और लाचार हैं, उन्होंने कहा कि इस बिल ने अन्नदाताओं को तोड़ दिया है. इस बिल की वजह से किसान और गरीब होता जाएगा, इसे हर हाल में सरकार को वापस लेना चाहिए.
उत्तर प्रदेश में चक्का जाम
केंद्र सरकार की ओर से संसद में पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के किसान सड़क पर उतरकर चक्का जाम कर रहे हैं. विशेष तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विधेयकों के विरोध को लेकर सक्रियता तेज है. हालात को देखते हुए तमाम राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ गई है.
प्रदेश में सपा और कांग्रेस इस मसले पर सरकार को घेरने की जुगत में है. किसानों के चक्का जाम के समर्थन में समाजवादी पार्टी भी सभी जिलों में धरना-प्रदर्शन कर रही है, वहीं, कांग्रेस 28 सितंबर को विधानभवन का घेराव करेगी और शुक्रवार से 31 अक्तू बर तक किसानों को जागरूक करने का महाभियान चलाएगी.
यूपी के पूर्व सीएम अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिला इकाइयों को कृषि एवं श्रम कानूनों के विरोध में डीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजने के निर्देश दिए हैं, उन्होंने कहा कि इन कृषि विधेयकों से किसान अपनी जमीन का मालिक न रहकर मजदूर हो जाएंगे.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि नये कृषि कानून के खिलाफ 25 सितंबर से 31 अक्टूबर तक जनांदोलन चलाया जाएगा. सोशल मीडिया के माध्यम से खेती-किसानी पर हुए इस हमले के खिलाफ कैंपेन चलाया जाएगा.
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