दिल्ली में 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर रैली निकालने जा रहे हैं. अपने विरोध प्रदर्शन को और मजबूत करने के लिए दिल्ली की सरहदों से दिल्ली के अंदर आने की तैयारी कर रहे हैं. जिसकी इजाजत भी दिल्ली पुलिस से मिल गई है. लेकिन ट्रैक्टर गणतंत्र परेड से पहले कई अफवाहें हैं, कंफ्यूजन हैं, पाकिस्तान को लेकर चर्चा है, नेताओं के बयान हैं और तैयारिया हैं.
9 जगहों से निकलेगी ट्रैक्टर रैली
गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए कई राज्यों से किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं. इस ट्रैक्टर रैली में मुख्य तौर पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के हजारों किसान शामिल होंगे.
किसानों के इस ट्रैक्टर परेड नौ जगहों से शुरू होगी. जिनमें सिंघु, टिकरी, गाजीपुर, चिल्ला, धासा बॉर्डर, शाहजहांपुर, मसानी बैराज, मेवात में सुनहरा बॉर्डर, पलवल बॉर्डर शामिल हैं.
किसान संघर्ष समीति के स्टेट प्रेसिडेंट इंद्रजीत सिंह ने बताया,
2000 किसान वॉलंटियर बनाए गए हैं, सभी वॉलंटियर हरे रंग की जैकेट में होंगे. ट्रैफिक वॉलिंटियर को ट्रेनिंग दी जा रही है कि वो किस तरह लोगों को रास्ता दिखाएंगे और लोगों की मदद करेंगे. परेड का रूट तय हो चुका है. रास्ते में निशान लगे होंगे. पुलिस और ट्रैफिक वॉलिंटियर आपको गाइड करेंगे.
किसानों की परेड पर पाकिस्तान की नजर
दिल्ली में 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली से पहले दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि ट्रैक्टर रैली को बाधित करने के लिए पाकिस्तान से 300 से अधिक ट्विटर हैंडल बनाए गए हैं. पुलिस के मुताबिक,
‘’किसानों की ट्रैक्टर परेड को बाधित करने के लिए पाकिस्तान से 13 से 18 जनवरी के दौरान 300 से भी ज्यादा ट्विटर अकाउंट बनाए गए हैं. इस मामले में एजेंसियों से एक ही तरह की जानकारी मिली हैं. यह हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण काम होगा. गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी.’’
वहीं किसान एकता मोर्चा का कहना है कि पुलिस की तरफ से ये बात आई है, लेकिन हमें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. हम लोगों ने अपनी तरफ से तैयारी कर रखी है कि अगर कोई अफवाह या किसी भी तरह की जानकारी मिले तो आप किसान मोर्चा के ट्विचर और फेसबुक पेज पर चेक करें. हमें मैसेज भेजें. लेकिन किसी भी तरह की अफवाह में न उलझें.
रैली में शामिल ट्रैक्टर वालों का मोबाइल नंबर लिया जा रहा
इंद्रजीत सिंह बताते हैं कि रैली में शामिल होने वाले ट्रैक्टर्स पर तिरंगा लगाए जा रहे हैं. साथ ही सभी ट्रैक्टर पर सीरियल नंबर चिपकाए जाएंगे. इसके अलावा ट्रैक्टर चलाने वाले या उस ग्रुप के एक सदस्य का मोबाइल नंबर भी लिया जाएगा. ताकि कुछ भी गड़बड़ी हो तो ट्रैक्टर को ट्रैक किया जा सके और आसानी से पहचान लिया जाए. इंद्रजीत कहते हैं कि किसी भी तरह से हमें इस परेड को शांतिपूर्वक सफल बनाना है. इसलिए हर तरह के एहतियात बरत रहे हैं.
किसानों में कंफ्यूजन, पुलिस के रूट को मानने से इनकार
गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत मिल गई है. किसान संयुक्त मोर्चा ने भी इसपर सहमति जता दी थी, लेकिन एक किसान संगठन पुलिस के बताए रूट से खुश नहीं हैं. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सुखविंदर सिंह सभरा का कहना है कि उनके संगठने के लोग पुरानी रिंग रोड से जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने शर्तों के साथ कुछ ही हिस्से में जाने की इजात दी है जिसमें से ज्यादातर हरियाणा में आता है.
वहीं स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने इस तरह के गतिरोध से बचने की अपील की है. उन्होंने आज कहा,
दिल्ली पुलिस को रिंग रोड इमर्जेंसी सर्विस के लिए चाहिए थी, इसलिए हम लोग उसपर नहीं जाएंगे. देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है. गणतंत्र दिवस पर गण की आवाज तंत्र को सुनाने के लिए गणतंत्र परेड हो रहा है. इसलिए किसी भी तरह की गलती न करें जिससे आंदोलन पर असर पड़े. किसान दिल्ली नहीं, देश के लोगों का दिल जीतने आ रहे हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
संयुक्त किसान मोर्चा ने रैली में शामिल होने और किसी तरह की मदद या अफवाहों से बचने और जरूरी सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. ये 7428384230 हेल्पलाइन नंबर इस परेड के लिए 24 घंटे खुले रहेंगे.
किसानों की झांकी हो रही है तैयार
‘गणतंत्र दिवस परेड’ में जिस तरह से अलग-अळग राज्यों की झाकियां निकलती हैं, ठीक उसी तरह किसान भी अलग-अलग राज्यों की झांकियां निकालने की तैयारी कर रहे हैं. ये झांकी ट्रैक्टर की ट्रॉलियों पर बनाए जा रहे हैं.
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