Live चैट में दलित चिंतक चंद्रभान प्रसाद बोले:
- मोदी सरकार में दलितों पर अत्याचार ज्यादा नहीं.
- देश में पहले भी होते रहे हैं दलितों में अत्याचार.
- 15 दिन पहले ऐसा लग रहा था कि यूपी चुनाव में बीजेपी क्लीन स्वीप करने जा रही थी.
- जिन घरों में वाइन पी जाती है वहां दलितों का अपमान नहीं हो सकता.
- बीजेपी के दयाशंकर के खिलाफ कार्रवाई करने का स्वागत करना चाहिए.
क्विंट हिंदी ने आज बुधवार को बीजेपी नेता दयाशंकर द्वारा मायावती के अपमान और गुजरात के ऊना में दलित युवकों की पिटाई होने के मुद्दे पर दलित चिंतक चंद्रभान प्रसाद के साथ FB लाइव पर विशेष बात की.
दलित को कैसे अपने अतीत पर गर्व हो सकता है?
चंद्रभान प्रसाद ने कहा कि बीजेपी वैदिक विज्ञान और गौरवशाली इतिहास की बात करती है लेकिन कोई दलित अपने काले इतिहास पर कैसे गर्व कर सकता है.
क्या अमेरिका में कोई अश्वेत अपने इतिहास पर गर्व कर सकता है? कोई भी दलित भारत के इतिहास पर गर्व नहीं कर सकता है. इसलिए बीजेपी को ये गलती नहीं करनी चाहिए. कोई भी सभ्य समाज ऐसे इतिहास पर गर्व नहीं कर सकता है.चंद्रभान प्रसाद, दलित चिंतक
दलित आत्मसम्मान से खेलना बीजेपी को महंगा पड़ेगा?
बीजेपी अब सत्ता में है और उसे कांग्रेस से सीखना चाहिए कि मुआवजा राशि से किसी के टूटे हुए मन को नहीं खरीदा जा सकता.चंद्रभान प्रसाद, दलित चिंतक
नीतीश बाबू ने शराब नहीं बंद की, बिहार को बर्बाद कर दिया...
चंद्रभान प्रसाद ने कहा कि वे मानते हैं कि नीतीश बाबू ने शराब बैन करके कुछ नहीं किया है; उन्होंने बिहार को बर्बाद कर दिया है.
जिन घरों में वाइन ओपनर होता है वहां दलितों की स्वीकार्यता अपेक्षाकृत ज्यादा होती है. इसलिए हर घर में वाइन ओपनर होना चाहिए. अगर शैंपेन ओपनर है तो और भी अच्छा है.चंद्रभान प्रसाद, दलित चिंतक
ये थी हमारी दलित समाजसेवी, उद्योगकर्ता और चिंतक चंद्रभान प्रसाद से हुई बातचीत.
कल शाम 5 बजे FB लाइव पर बीएसपी सांसद सुधींद्र भदौरिया और बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव से पूछिए अपने सवाल.
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