मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट मुंबई कांग्रेस के लिए आने वाले वक्त में बड़ा सिरदर्द साबित होगी. इस बात के संकेत अभी से मिलने लगे हैं. मुंबई कांग्रेस के दो बड़े नेता इस लोकसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाना चाहते है. जिसकी वजह से मुंबई कांग्रेस में चुनाव से पहले ही घमासान छिड़ गया है.
दरअसल हम मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह की बात कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, दोनों ही नेताओं ने हाई कमान से मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट के लिए टिकट की मांग की है.
कांग्रेस नेता गुरदास कामत के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी इस सीट से नए उम्मीदवार की तलाश में है. साल 2014 के चुनाव में गुरदास कामत को शिवसेना के गजानन कीर्तिकर ने एक लाख 80 हजार वोटों से हराया था.
नॉर्थ वेस्ट सीट पर इतना घमासान क्यों ?
मुंबई की नॉर्थ वेस्ट सीट का गणित थोड़ा अलग है. यही वजह है कि मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम अपनी मुंबई नॉर्थ की सीट, जहां से उन्होंने 2014 में चुनाव लड़ा था, उससे छोड़ने को तैयार है. जानकारी के मुताबिक नॉर्थ वेस्ट में 35 फीसदी मराठी वोट है. जबकि दूसरे नम्बर पर 24 फीसदी के साथ उत्तरभारतीय वोटर है. वहीं मुस्लिम वोट भी 12 फीसदी के करीब है.
संजय निरुपम और कृपाशंकर सिंह दोनों की मुंबई में उत्तर भारतीय नेता के तौर पर पहचान है. दोनों नेताओं को लगता है की अगर पार्टी ने उन्हें नॉर्थ वेस्ट से उम्मीदवारी दी तो चुनाव जीतना ज्यादा आसान होगा.
कांग्रेस नेता कृपाशंकर सिंह ने क्विंट के साथ बातचीत में कहा, ‘ मुझे 2009 में ही लोकसभा चुनाव लड़ना था, लेकिन तब पार्टी ने फैसला किया था की जो अध्यक्ष होगा वो लोकसभा नहीं लड़ेगा. इसलिए तब मैंने लोकसभा का विचार छोड़ दिया था, लेकिन इस बार मैंने पार्टी नेतृत्व को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक होने की बात कही है. वो इसलिए क्योंकि गुरदास कामत जी के निधन के बाद ये सीट खाली है. यहां पार्टी के पास कोई उम्मीदवार नहीं है. ’
उधर संजय निरुपम ने क्विंट से कहा, “ वे अपने पुराने चुनाव क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ना चाहते, ये सही है, लेकिन नॉर्थ वेस्ट सीट को लेकर उन्होंने कोई कमेंट नहीं किया.”
संजय निरुपम मुंबई नॉर्थ सीट से 2014 में तीन लाख 80 हजार वोट से बीजेपी के गोपाल शेट्टी के सामने चुनाव हार गए थे.
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