प्याज के आसमान छूते दाम पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में सफाई दी. उन्होंने बताया कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिये कई कदम उठाये हैं, जिनमें प्याज के आयात और इसके भंडारण से जुड़े ढांचागत मुद्दों का समाधान निकालने के उपाय शामिल हैं. इस बीच एक सांसद के सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, "मैं इतना प्याज नहीं खाती, इसलिए चिंता मत कीजिए"
देश के कई शहरों में प्याज 100 से 120 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. बुधवार को लोकसभा में भी महंगे प्याज का मुद्दा उठा. वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण से संसद को बताया कि सरकार प्याज के दाम को काबू में करने के लिए कई तरह की कोशिशें कर रही है. एक सांसद ने प्याज के दाम में बढ़ोतरी पर उनसे सवाल किया. इस पर वित्त मंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा-
“मैं इतना लहसुन,प्याज नहीं खाती हूं जी. इसलिए चिंता मत कीजिए, मैं ऐसे परिवार से आती हूं, जहां प्याज से मतलब नहीं रखते.”
सोशल मीडिया पर वित्त मंत्री का ये जवाब खूब शेयर किया जा रहा है.
वित्त मंत्री ने गिनाई सरकार की कोशिशें
प्याज की बढ़ती कीमतों में रोक लगाने के लिए सरकार की ओर से की जा रही कोशिशों का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने लोकसभा में कहा, ‘‘प्याज के भंडारण से कुछ ढांचागत मुद्दे जुड़े हैं और सरकार इसका निपटारा करने के लिये कदम उठा रही है.’’ उन्होंने कहा कि प्याज की खेती के आकार में कमी आई है और इसलिए उत्पादन में भी गिरावट दर्ज की गई है. लेकिन सरकार उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये कदम उठा रही है. सीतारमण ने कहा कि प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिये मूल्य स्थिरता कोष का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस संबंध में 57 हजार मीट्रिक टन का बफर स्टॉक बनाया गया है. इसके अलावा मिस्र और तुर्की से भी प्याज आयात किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और राजस्थान के अलवर जैसे क्षेत्रों से दूसरे प्रदेशों में प्याज की खेप भेजी जा रही है.
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