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तन्वी सेठ का पासपोर्ट हो सकता है रद्द, FIR भी होगी दर्ज 

पासपोर्ट विभाग धोखाधड़ी और गुमराह करने के आरोप में तन्वी के खिलाफ FIR दर्ज करवा सकता है.

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तन्वी सेठ के पासपोर्ट का विवाद थमने का नाम नही ले रहा है. पासपोर्ट अॉफिस के सूत्रों की मानें तो पुलिस ने जांच रिपोर्ट पासपोर्ट ऑफिस भेज दी है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक, तन्वी और उनका परिवार एक साल से लखनऊ में नहीं रह रहा है. ऐसे में पुलिस ने जो रिपोर्ट लगाई है, उसके आधार पर तन्वी का पासपोर्ट रद्द हो सकता है.

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दर्ज हो सकती है FIR

पासपोर्ट कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस रिपोर्ट के आधार पर अब पासपोर्ट विभाग तन्वी और उनके पति अनस सिद्दीकी को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगेगा. उसके बाद दोनों का पासपोर्ट रद्द कर दिया जायेगा. इसके अलावा विभाग कानूनी कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी और गुमराह करने के आरोप में तन्वी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवा सकता है.

लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पासपोर्ट कार्यालय से दस्तावेज उपलब्ध होने के बाद जांच की गई, जिसमें दिए गए पते का वेरीफिकेशन किया गया. उन्होंने बताया कि वेरीफिकेशन में पता चला है कि वह अपने पति अनस के साथ एक साल से नोएडा में रह रही हैं. इसी बात को जांच रिपोर्ट में साफ तौर पर उल्लेख कर पासपोर्ट विभाग को रिपोर्ट भेज दी गई है. अब आगे की कार्रवाई पासपोर्ट विभाग करेगा.

नियमों के मुताबिक होगी कार्रवाई

पासपोर्ट कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की रिपोर्ट में किसी तरह की गड़बड़ी सामने आने पर पासपोर्ट आवेदक को नोटिस भेजा जाता है. नोटिस का जवाब देने के लिए आवेदक को तीस दिन का समय दिया जाता है. बाद में सात दिन और दिए जाते हैं. तन्वी मामले में भी यही नियम अपनाया जाएगा. उसके बाद भी अगर कोई जवाब नहीं दिया गया या फिर जवाब से पासपोर्ट विभाग संतुष्ट नहीं हुआ, तो क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी तत्काल प्रभाव से दोनों के पासपोर्ट रद्द कर सकते हैं.

क्या है पासपोर्ट विवाद?

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तन्वी सेठ नाम की महिला ने पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर बदसलूकी का आरोप लगाया था. तन्वी सेठ के मुताबिक, जब वह अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास गई तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किए. तन्वी का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी की. विकास मिश्रा ने अपनी सफाई में कहा था," तन्वी सेठ की ओर से दिए गए अप्लीकेशन में उनका हिंदू नाम था, जबकि निकाहनामे में मुस्लिम नाम था. इसको लेकर मैंने आपत्ति जताई थी. मैंने तन्वी को निकाहनामे में दर्ज नाम के मुताबिक अप्लीकेशन देने को कहा था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया."

पासपोर्ट अधिकारी के मुताबिक, तन्वी सेठ के निकाहनामे में उनका नाम 'शादिया अनस' है, जबकि अप्लीकेशन और अन्य कागजात पर तन्वी सेठ नाम लिखा था. तन्वी सेठ ने इस मामले की शिकायत ट्वीट के जरिए विदेश मंत्रालय से की थी. मामले के तूल पकड़ने पर कार्रवाई करते हुए विकास मिश्रा का तबादला कर दिया गया, और साथ ही दंपति को उनका पासपोर्ट भी उपलब्ध करा दिया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी ट्विटर पर ट्रोल का शिकार हुईं.

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