रूरल मीडिया प्लेटफॉर्म गांव कनेक्शन ने भारत में अपना पांच साल का सफर पूरा कर लिया है. 2 दिसंबर 2012 को लॉन्च किए जाने के बाद गांव कनेक्शन ने ग्रामीण भारत में एक सच्चे और प्रामाणिक प्रतिनिधि के रूप में खुद को स्थापित किया है. इसकी शुरुआत एक साप्ताहिक अखबार के रूप में हुई थी. लेकिन जल्द ही ये एक दैनिक अखबार बन गया. ये डिजिटल दुनिया में अब अच्छी उपस्थिति रखता है.
ग्रामीण क्षेत्र खबरों की सुर्खियों से कई सालों तक गायब रहा है. यहां तक कि क्षेत्रीय समाचारों में भी ग्रामीण भारत से संबंधित खबरों को स्थान नहीं दिया जाता था. गांव कनेक्शन ने ये बदलकर, भारत का पहला ग्रामीण मीडिया मंच तैयार किया. पिछले पांच सालों में, गांव कनेक्शन ने सिर्फ ग्रामीण भारत को आवाज ही नहीं दी, बल्कि कई प्रतिष्ठित मीडिया अवॉर्ड भी जीते हैं.
गांव कनेक्शन भारत का सबसे बड़ा ग्रामीण मीडिया प्लेटफॉर्म है. उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में ये कई सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन कर चुका है. जैसे- स्वच्छता दिवस, मलेरिया दिवस, महिलाओं के लिए मार्शल आर्ट्स, जॉब फेयर, हेल्थ चेकअप कैंप, किसान गोष्ठी, पशुओं का टीकाकरण, डीएम चौपाल आदि. इन कार्यक्रमों के जरिए इन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की कई समस्याओं को दूर करने की कोशिश की है.
पत्रकारिता में गांव कनेक्शन ने देश के कई बड़े पुरस्कार हासिल किए हैं. दो बार 'रामनाथ गोयनका पुरस्कार' और महिला संबधित मुद्दों पर बेहतरीन लेख के लिए पांच बार 'यूपीएफपीए लाडली अवॉर्ड' से सम्मानित किया जा चुका है.
जल्द आ रहा है ‘द नीलेश मिसरा शो’
आपकी पसंदीदा वेबसाइट क्विंट हिंदी और देश के चहेते स्टोरीटेलर नीलेश मिसरा लेकर आ रहे हैं ‘द नीलेश मिसरा शो’. क्विंट और गांव कनेक्शन अखबार की एक ऐसी पहल जो पत्रकारिता में स्टोरीटेलिंग यानी कहानी कहने के बिल्कुल नए अंदाज को लेकर आने वाली है. 15 दिसंबर से द क्विन्ट और क्विन्ट हिंदी वेबसाइट पर ये सिलसिला शुरू हो जाएगा.
नीलेश मिसरा इस बेहद खास शो के जरिए आपको हर हफ्ते दिखाएंगे देश की वो तस्वीरें, वो कहानियां, वो चेहरे, जो या तो आपने देखे नहीं है, या वो आस-पास रहकर भी अबूझे, अनदेखे लगते हैं.
क्विंट हिंदी और गांव कनेक्शन लेकर आएंगे आपके लिए वो तमाम कहानियां जो किसी और जगह शायद आपको ढूंढ़ने से भी न मिलें और मिलें तो वो नजरिया न मिले जो इन कहानियों को बेहद खास बनाता है.
देखिए वीडियो-
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)