देश के लिए तीन खुशखबरी एकसाथ
- मॉनूसन औसत से अधिक बारिश लाएगा, सूखे से मिलेगी राहत
- औद्योगिक उत्पादन फरवरी महीने में 2 फीसदी बढ़ा
- उपभोक्ता महंगाई दर 5.26 से 4.83 फीसदी हुई
देश की अर्थव्यवस्था के लिए मंगलवार एक शुभ दिन साबित हुआ. मानसून की आधिकारिक भविष्यवाणी में औसत से अधिक बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया. उपभोक्ता महंगाई दर घटकर छह महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई और तीन महीने की लगातार गिरावट के बाद औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गई.
होगी झमाझम बारिश- किसानों को राहत
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि लगातार दो साल सूखा पड़ने के बाद देश में 2016 में औसत या इससे अधिक मानसूनी बारिश होने की संभावना 94 फीसदी है.
अच्छे मॉनसून की भविष्यवाणी से शेयर बाजार खुश
मानसून की बेहतर भविष्यवाणी की उम्मीद में शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों में तेजी दर्ज की गई. बंबई स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 123.43 अंकों की तेजी के साथ 25,145.59 पर बंद हुआ. सोमवार को भी सेंसेक्स में 348 अंकों की तेजी रही थी.
पूर्वानुमान उद्योग जगत के लिए माहौल बदलने वाला हो सकता है, क्योंकि ग्रामीण मांग बढ़ने से निवेश का चक्र भी बदलेगा. इससे देश की विकास दर बढ़कर आठ फीसदी तक पहुंच सकती है.चंद्रजीत बनर्जी, महानिदेशक, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई)
31 साल से मॉनसून था सुस्त
आईएमडी के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने यहां संवाददाताओं से कहा, “गत 31 साल से मानसूनी बारिश कम रही है. लेकिन, आने वाला समय बेहतर होने वाला है.”
उपभोक्ता महंगाई दर में गिरावट
- मार्च - उपभोक्ता महंगाई दर घटकर 4.83 फीसदी दर्ज की गई.
- फरवरी- उपभोक्ता महंगाई दर 5.26 फीसदी थी.
- उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर- मार्च में घटकर 5.21 फीसदी रही
- उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर- फरवरी में 5.30 फीसदी थी.
- ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर- 6.05 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी
- शहरी क्षेत्रों में महंगाई दर- 4.30 फीसदी से घटकर 3.95 फीसदी
औद्योगिक उत्पादन में भी बढ़ोतरी
इसके बाद अर्थव्यवस्था के दोहरे शुभ संकेत के तौर पर केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने कहा कि देश का औद्योगिक उत्पादन तीन महीने तक लगातार गिरावट दर्ज करने के बाद फरवरी महीने में दो फीसदी बढ़ा.
औद्योगिक उत्पादन क्षेत्र में फरवरी में विनिर्माण क्षेत्र में हालांकि मामूली 0.7 फीसदी विकास दर्ज किया गया. औद्योगिक उत्पादन के मामले में फरवरी में बिजली उत्पादन 9.6 फीसदी बढ़ा और खनन उत्पादन पांच फीसदी बढ़ा.
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