प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सरकार का लक्ष्य 99 फीसदी सामानों को 18 फीसदी से कम के जीएसटी स्लैब में लाना है. मुंबई में मंगलवार को हुए सर्जिंग इंडिया इकॉनॉमिक समिट में मोदी ने ये बात कही. उन्होंने संकेत दिए कि 28% टैक्स स्लैब में सिर्फ लग्जरी और कुछ अन्य वस्तुओं को रखा ही जाएगा. साथ ही मोदी ने बैंक का कर्ज नहीं चुकाने वालों और भगोड़ों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी.
“जीएसटी लागू होने से पहले रजिस्टर्ड उद्योगों की संख्या 65 लाख थी, जिसमें अब 55 लाख की बढ़ोतरी हुई है. आज जीएसटी प्रणाली काफी हद तक स्थापित हो चुकी है और हम एक ऐसी प्रणाली की दिशा में काम कर रहे हैं, जहां 99 फीसदी वस्तुओं को 18 फीसदी के कम के स्लैब में लाया जा सकता है.”-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
'डिफॉल्टर्स को बख्शा नहीं जाएगा'
एक कठोर चेतावनी देते हुए मोदी ने कहा कि आर्थिक भगोड़ों और बैंकों के डिफाल्टर्स को बख्शा नहीं जाएगा, और उन पर दिवाला एवं दिवालियापन संहिता 2016 (आईबीसी), भगोड़े आर्थिक अपराधी एक्ट 2018 और अन्य कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी, जो पहले कानून से बचकर निकल जाते थे.उन्होंने कहा, "चार साल पहले किसने सोचा था कि (अगस्तवेस्टलैंड) हेलीकॉप्टर घोटाले के मुख्य संदिग्ध क्रिश्चियन मिशेल को भारत लाया जाएगा?"
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गिनाईं अपनी उपलब्धियां
मोदी ने पिछले पांच सालों की देश की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि देश 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की तरफ पहला कदम बढ़ा रहा है.
मोदी ने कहा, "क्या चार साल पहले किसी ने सोचा था कि देश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में 142 से 77 पर आ जाएगा, भारत टॉप 50 में आने की ओर तेज गति से कदम रख रहा है . क्या चार साल पहले किसी ने सोचा था कि भारत में एसी ट्रेन में चलने वाले लोगों से ज्यादा लोग हवाई सफर करने लगेंगे? क्या चार साल पहले किसी ने सोचा था कि रिक्शा चलाने वाला भी, सब्जी वाला भी और चायवाला भी भीम एप का इस्तेमाल करने लगेगा, अपनी जेब में रूपे डेबिट कार्ड रखकर अपना आत्मविश्वास बढ़ाएगा?"
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