न्यूज चैनल से लेकर अखबार और वेबसाइट्स गुजरात चुनावों की खबरों से पटे पड़े हैं. किसकी हवा है? कौन जीत रहा है? हार्दिक पटेल की गोटी कहां सेट होगी? अल्पेश-जिग्नेश का आंदोलन कांग्रेस को कैसे फायदा पहुंचाने जा रहे हैं? इन सब सवालों के बीच आपको गुजरात जैसे ऐतिहासिक राज्य के बारे में कितना पता है.
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गुजरात' शब्द कहां से आया? अंग्रेजों की भारत में एंट्री का इस राज्य से कनेक्शन क्या है? बीजेपी-कांग्रेस और इन राजनीतिक पार्टियों से इतर किस राजवंश का शासन कब गुजरात पर रहा?
इन सवालों का जवाब जानते हैं 10 प्वाइंटर्स में:
- 7वीं और 8वीं सदी में इस क्षेत्र में गुज्जर जातीय समूह का शासन था. ऐसे में इस जगह को गुज्जरों की भूमि, 'गुजरा' के तौर पर जाना जाता थे, बाद में गुजरा शब्द से राज्य का नाम गुजरात पड़ा.
- गुजरात पर शासन सत्ता की शुरुआती धमक मौर्य वंश के पहले शासक चंद्रगुप्त मौर्य से मिलती है. बाद में चंद्रगुप्त मौर्य के पोते सम्राट अशोक ने करीब-करीब आज के पूरे गुजरात पर अपना आधिपत्य जमाया था.
- गुजरात पर 3 राजवंशों ने कुल मिलाकर 575 सालों तक शासन किया. जिसमें वाघेला और सोलंकी वंश भी शामिल हैं. वाघेला वंश के अंतिम शासक कर्णदेव के राजकाज के दौरान साल 1297 में अलाउद्दीन खिलजी की एंट्री गुजरात में हुई.
- गुजरात को साल 1576 में अकबर ने मुगल साम्राज्य में मिला लिया.
- भारत में ब्रिटिश शासन की जड़े भी इसी ऐतिहासिक राज्य से जुड़ी हैं. साल 1608 में ईस्ट इंडिया कंपनी का पहला कारोबारी पोत गुजरात के सूरत में पहुंचा था.
- आजादी के बाद के कई सालों तक गुजरात, महाराष्ट्र एक थे और इसे बॉम्बे के नाम से जाना जाता था.
- साल 1948 में भाषा को आधार बनाकर 'महागुजरात सम्मेलन' किया गया. सम्मेलन में तय हुआ कि सभी गुजराती भाषियों के लिए अलग राज्य हो. ऐसे में कई बहसें हुईं, आंदोलन हुए और आखिर में 1 मई, 1960 को बॉम्बे राज्य को गुजरात और महाराष्ट्र दो भागों में बांट दिया गया.
- गुजरात बनने से पहले और बाद के कई दशकों कांग्रेस इस राज्य की सत्ताधारी पार्टी रही है. राज्य के पहले मुख्यमंत्री डॉक्टर जीवराज नारायण मेहता थें.
- 1995 में इस राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ और बीजेपी सत्ताधारी पार्टी बनी, इसके बाद से अबतक राज्य में बीजेपी की ही सरकार है.
- बीजेपी की तरफ से पहले सीएम केशुभाई पटेल थे. फिलहाल, राज्य के सीएम विजय रूपाणी है.
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