बीजेपी सांसद हंसराज हंस जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में कश्मीर मसले पर बात करते-करते कुछ 'आगे' निकल गए और यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर MNU रखने का सुझाव दे डाला.
जम्मू-कश्मीर से हटाए गए आर्टिकल 370 पर बोलने पहुंचे हंसराज हंस ने कहा, ''मोदी के नाम पर भी कुछ होना चाहिए, उन्होंने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया है.''
हंसराज हंस ने कश्मीर के हालात के लिए 'बुजुर्गों की गलतियों' को जिम्मेदार ठहराया और पूछा कि JNU में J का मतलब क्या है...
‘ये जेएनयू... जे का मतलब, उन्हीं की वजह से कुछ हुआ था? मैं तो कहता हूं, इसका नाम रख दो.. एमएनयू... मोदी जी के नाम पर भी कुछ होना चाहिए. जो मुश्किल था, नामुमकिन था, उन्होंने वो कर के दिखाया है. इसलिए कहते हैं मोदी है तो मुमकिन है.’हंसराज हंस, सांसद, बीजेपी
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने को हंसराज हंस ने अच्छा फैसला बताया. बीजेपी सांसद ने कहा कि कश्मीर अब वाकई जन्नत बनने जा रहा है.
उन्होंने कहा, 'खुशी इस बात की भी है कि कश्मीर अब वाकई जन्नत होने वाली है. 370 वाला मामला सबको अच्छा लगा है. सब लोग दुआ करो सब अमन और मोहब्बत से रहें, बम न चले, मेरी यही दुआ है. बंदा इधर का मरे, उधर का मरे, जाता तो मां का बेटा ही है.'
इशारों ही इशारों में हंसराज हंस ने इसका ठीकरा पुरखों पर फोड़ दिया. उन्होंने कहा,
‘ये नौबत उन्होंने ले आई. हमारे बुजुर्गों ने गलतियां की हैं, हम भुगत रहे हैं.’
हंसराज हंस,जेएनयू में एबीवीपी की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने ये बातें कहीं. इस कार्यक्रम में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी भी शामिल हुए थे.
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