राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में लगे अधिकारियों के बीच तब अफरा-तफरी मच गई, जैसे ही उन्हें पुलिस कंट्रोल रूम में आई एक धमकी भरी कॉल के बारे में पता चला.
कंट्रोल रूम में आई एक कॉल में राष्ट्रपति भवन को ‘उड़ाने’ की धमकी दी गई थी. लेकिन जब इस मामले की जांच की गई, तो कॉल करने वाले ने स्वीकारा कि उसने ये धमकी इसलिए दी थी, क्योंकि उसकी अपनी पत्नी से लड़ाई हो गई थी और वह काफी परेशान था.
कॉलर ने पहले मांगा बीएस बस्सी का नंबर
कंट्रोल रूम में शाम करीब 6 बजे पहली कॉल आई, जिसमें कॉलर ने शहर के पूर्व पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी का निजी नंबर मांगा था. मना किए जाने पर उसने मांग की कि उसकी सीधे बस्सी से बात कराई जाए. लेकिन जब ऑपरेटर ने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो उसने बम रखने की धमकी दी.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जब इस कॉलर का पता लगाया गया, तो यह सामने आया कि यह वही व्यक्ति है, जिसने आधे घंटे पहले नियंत्रण कक्ष में फोन किया था और बम रखने की धमकी दी थी, जो झूठी निकली थी.
जिस नंबर से कॉल किया गया, वह नंबर मध्य दिल्ली के दरियागंज के पते पर पंजीकृत पाया गया. वहां टीमों को भेजा गया और क्षेत्र के आस पास पूरी जांच की गई, लेकिन कोई बम नहीं मिला.परमादित्य, डीसीपी (मध्य दिल्ली)
इस बीच, पुलिस उस नंबर पर फोन करती रही और करीब एक घंटे बाद एक व्यक्ति ने फोन उठाया और कबूल किया कि उसकी अपनी पत्नी से बहस हुई थी और इसे लेकर वह नाराज था.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह झूठी कॉल साबित हुई. कॉलर की अंतिम लोकेशन दक्षिण पश्चिम दिल्ली के सागरपुर क्षेत्र में पाई गई और टीमों को उसे पकड़ने के लिए भेजा गया. हालांकि तब तक उस व्यक्ति ने धमकी वाली एक अन्य कॉल कर दी. कंट्रोल रूम में करीब साढ़े छह बजे एक और फोन आया, जिसमें राष्ट्रपति भवन उड़ाने की धमकी दी गई.
डीसीपी (नई दिल्ली) जतिन नरवाल ने बताया कि कॉलर ने राष्ट्रपति भवन उड़ाने की धमकी दी थी और पूरी जांच करने के बाद यह कॉल झूठी निकली.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)