अमृतसर में शनिवार से हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन शुरू हो रहा है. सम्मेलन का आयोजन 3-4 दिसंबर को होगा. हार्ट ऑफ एशिया- इस्तांबुल प्रोसेस युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान को बदलाव के दौर में उसकी मदद के लिए गठित किया गया एक मंच है.
रविवार को प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी संयुक्त रूप से मुख्य सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इस सम्मेलन में 14 देशों के शीर्ष अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जगह वित्त मंत्री अरुण जेटली करेंगे, क्योंकि सुषमा बीमार चल रही हैं.
पाक को घेर सकता है भारत
- इस सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज भी शामिल हो रहे हैं.
- यहां भारत और अफगानिस्तान आतंकवाद के विषय पर पाकिस्तान को घेरने का प्रयास कर सकते हैं.
- भारत ने उरी में सैन्य ठिकाने पर हमले के बाद पाकिस्तान को कूटनीतिक रुप से अलग-थलग करने करने का आह्वान किया था
- हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में उसी दिशा में अपना प्रयास जारी रख सकता है.
- अक्तूबर में गोवा में ब्रिक्स सम्मेलन में भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद की ‘जननी' करार दिया था.
भारत-पाक द्विपक्षीय पर भी निगाहें
सबकी निगाहें इस बात पर भी टिकी हैं कि इस मौके पर भारत-पाक द्विपक्षीय वार्ता होती है या नहीं. हालांकि भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि ‘निरंतर आतंकवाद' के माहौल में वार्ता नहीं हो सकती. अजीज शनिवार को यहां पहुंचने वाले हैं, लेकिन उसी दिन उनके लौट जाने की भी संभावना है.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
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