पिछले दिनों बुधवार, 8 दिसंबर को तमिलनाडु (Tamilnadu) के कुन्नूर में भारतीय वायु सेना (IAF) का एमआई -17 वी 5 (MI-17 V5) हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें CDS बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य अधिकारियों की मौत हो गई.
हेलिकॉप्टर में सवार केवल एक कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
भारतीय वायु सेना में उपयोग किया जाने वाला हेलिकॉप्टर Mi-17V-5 एक आधुनिक और सुरक्षित माना जाने वाला हेलीकॉप्टर है, जिसकी मेन्युफैक्चरिंग रूसी कंपनी कजान हेलिकॉप्टर्स करती है.
इस हेलिकॉप्टर को उष्णकटिबंधीय और समुद्री जलवायु के अलावा रेगिस्तानी उड़ानों के लिए भी काफी मुफीद माना जाता है.
इस खास किस्म के हेलिकॉप्टर की मारक क्षमता 1,065 किलोमीटर है और यह अधिकतम 13 हजार किलोग्राम वजन उठाने में सक्षम है. इसकी अधिकतम स्पीट 250 किमी प्रति घंटे होती है.
रूस के द्वारा निर्मित हेलिकॉप्टर से जुड़ी, भारत में यह कोई पहली दुर्घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई बार एमआई-सीरीज हेलिकॉप्टर के क्रैश होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
पिछले लगभग 10 सालों में अनेकों ऐसी दुर्घटनाएं हुईं हैं, जिसमें भारतीय वायु सेना के कई अधिकारियों की मौत हो चुकी है.
2010: अरुणाचल प्रदेश
साल 2010 में 19 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही भारतीय वायुसेना (IAF) का एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें सवार सभी 12 सशस्त्र बलों के जवानों की मौत हो गई थी.
यह हलिकॉप्टर तवांग हेलीपैड से उड़ा था और गुवाहाटी जा रहा था और चीन सीमा से लगे बोमदिर पहुंचते ही क्रैश हो गया.
2013: उत्तराखंड
साल 2013 में 25 जून को उत्तराखंड के गौरीकुंड में एक रेस्क्यू मिशन के दौरान IAF का MI-17V-5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हेलिकॉप्टर क्रैश में भारतीय वायुसेना के 8 कर्मचारियों की मौत हुई थी.
2017: अरुणाचल प्रदेश
साल 2017 में 6 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश के चुना इलाके में भारतीय वायु सेना (IAF) का MI-17V-5 हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई थी.
ये हादसा भारत-चीन सीमा से करीब 12 किलोमीटर और तवांग से करीब 100 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाके में सुबह करीब छह बजे हुआ था. यह हेलीकॉप्टर एक Air Maintenance Mission में लगा हुआ था, जो तवांग सेक्टर से उड़ा था.
2018: उत्तराखंड
साल 2018 में 3 अप्रैल को उत्तराखंड के केदारनाथ में एमआई-सीरीज का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें एयरफोर्स के कुल 6 कर्मचारी सवार थे.
दुर्घटना में सभी सवार लोग बाल-बाल बच गए थे. यह हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए उड़ा था. केदारनाथ में लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और केदारनाथ मंदिर की बाउंड्री से जाकर टकरा गया.
2019: जम्मू और कश्मीर
साल 2019 में 27 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद एमआई-17 हेलीकॉप्टर बडगाम में क्रैश हो गया था. इस हादसे के दौरान उसमें सवार सभी 6 कर्मचारियों की मौत हो गई.
यह दुर्घटना उस समय हुई थी जब पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के एक समूह ने इंडियन एयरफोर्स के एरिअल स्ट्राइक के जवाब में भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने का प्रयास किया था.
2020: सिक्किम
पिछले साल 2020 में 7 मई को सिक्किम में भारतीय वायु सेना (IAF) का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हेलिकॉप्टर सिक्किम के चटेन से मुकुटांग तक Air Maintenance के लिए लगाया गया था.
इस दुर्घटना में कुल 7 कर्मचारी सवार थे, जिसमें के एक के घायल होने की जानकारी मिली थी.
2021: अरुणाचल प्रदेश
पिछले दिनों 18 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश में भारतीय वायु सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें दो पायलट और तीन क्रू मेंबर्स सवार थे.
हेलिकॉप्टर क्रैश की यह दुर्घटना अरुणांचल प्रदेश में चगलगाम सर्कल के अंतर्गत रोछम हेलीपैड के पास हुई थी. दुर्घटना में एक कर्माचारी को मामूली चोटें आई थी लेकिन हेलिकॉप्टर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था.
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