28 जनवरी 2018 को आठ महीने की बच्ची 'छुटकी' का उसी के घर में रेप हो गया था. जब घर में कोई नहीं था, तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. खूनी अवस्था में पाए जाने के बाद, उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया.
पीड़ित के माता-पिता ने दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस पुलिस थाने पर शिकायत दर्ज कराई. फिर उसे इलाज के लिए बच्चों के अस्पताल में ले जाया गया.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 31 जनवरी को बच्ची के इलाज के लिए नई दिल्ली में एम्स में भर्ती कराया गया. तीन सर्जरी के बाद बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, लेकिन उसे पूरी तरह से ठीक होने के लिए व्यापक चिकित्सा उपचार की जरूरत है.
क्विंट ने बिटगिविंग के साथ मिलकर एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. इस कैंपेन के जरिए रेप पीड़ित बच्ची के लिए फंड इकट्टा किया जा रहा है. ये सारा फंड छुटकी के इलाज के खर्च और उसके आने वाला कल संवारने में मदद करेगा.
छुटकी के पिता एक मजदूर हैं, जो रोजाना 300 रुपये कमाते हैं. उसकी मां आस-पास के घरों में काम करती हैं. लेकिन अपनी बच्ची की देखभाल के लिए दोनों अपने काम पर नहीं जा रहे हैं. उनकी एक दूसरी बेटी भी है, जो दो साल की है.
चलिए, इस लड़ाई को जीतने में छुटकी की मदद करते हैं. उसके इलाज में आने वाले खर्च और भविष्य में पढ़ाई के खर्च के लिए दान करें. दान करने के लिए यहां क्लिक करें.
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