हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. राज्य के सभी 68 निर्वाचन क्षेत्रों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. बता दें कि इस बार में मैदान में 62 विधायकों समेत 337 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
कई मंत्री और पूर्व मंत्री मुकाबले में
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, 10 मंत्री, 8 मुख्य संसदीय सचिव, विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और एक दर्जन से ज्यादा पूर्व मंत्री चुनावी मुकाबले में हैं. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सत्ताधारी कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल की अगुवाई में बीजेपी सभी 68 सीटों पर चुनाव लड रही है.
बीएसपी 42 सीट पर, सीपीएम 14 सीट पर, स्वाभिमान पार्टी और लोक गठबंधन पार्टी 6-6 सीटों पर और भाकपा तीन सीटों पर मैदान में है.
मंगलवार को खत्म हुआ था प्रचार प्रसार
मंगलवार को खत्म हुए 12 दिनों के प्रचार अभियान में बीजेपी और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने 450 से ज्यादा रैलियां कीं. बीजेपी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 और पार्टी चीफ अमित शाह ने 6 रैलियों को संबोधित किया. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन रैलियों को संबोधित किया. भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बनाकर प्रचार अभियान में बीजेपी ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस ने जीएसटी और नोटबंदी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा.
इस बार कांटे का है मुकाबला
बता दें कि धर्मशाला में सबसे ज्यादा 12 उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी ने पूर्व मंत्री अनिल शर्मा सहित चार पूर्व कांग्रेसियों को और चौपाल से एक निर्दलीय को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने पोंटा साहिब और कांगड़ा से दो निर्दलीय को उतारा है. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल दोनों अपनी सीट बदल चुके हैं. अरकी और सुजानपुर से लड़ रहे हैं. मंडी सदर सीट से पूर्व दूरसंचार मंत्री सुखराम के बेटे अनिल शर्मा (बीजेपी) के खिलाफ कांग्रेस के मंत्री कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर किस्मत आजमा रही हैं.
बागी भी जोरशोर से मुकाबले में
फिलहाल राज्य की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के 35 और 28 विधायकों के साथ 4 निर्दलीय हैं और एक सीट खाली है. चुनावों में 180 से ज्यादा निर्दलीय और कांग्रेस के एक दर्जन से ज्यादा बागी मुकाबले में हैं.
चुनाव आयोग की तैयारी
राज्य में कुल 50,25,941 वोटर हैं. 7,525 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड के 17,850 कर्मियों के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स बल की 65 कंपनियां तैनात की गयी हैं.
EC ने चुनावी गतिविधियों की लाइव मॉनिटरिंग के लिए राज्य में 2307 मतदान केंद्रों में वेब कास्टिंग का इस्तेमाल किया जाएगा और सुबह 8 बजे से 5 पांच बजे तक मतदान होगा. पहली बार विधानसभा चुनाव में वीवीपीएटी मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है और 10 प्रतिशत ईवीएम और वीवीपीएटी को रिजर्व में रखा गया है
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