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पर्यटकों के लिए खुला हिमाचल,तैयारी से पहले ये बातें जानना जरूरी है

हिमाचल प्रदेश में COVID-19 की क्या स्थिति है?

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तीन महीने से ज्यादा समय लॉकडाउन में रहने के बाद अब हिमाचल प्रदेश ने राज्य में बाहरी लोगों को आने की इजाजत दे दी है. हालांकि राज्य सरकार ने बाहर से आने वाले लोगों के लिए एक COVID-19 नेगेटिव टेस्ट समेत कई गाइडलाइन जारी की है.

महामारी के बीच हिमाचल प्रदेश जाने से जुड़ी हर बात यहां जानिए.

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क्या अभी छुट्टी और ट्रिप के लिए जाना सुरक्षित है?

फिलहाल नहीं. देश में कोरोना वायरस के मामलों की तादाद रोजाना बढ़ रही है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सिर्फ जरूरी काम के लिए बाहर निकलने की सलाह दी है.

हिमाचल प्रदेश में COVID-19 की क्या स्थिति है?

दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे राज्यों की तुलना में हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले कम हैं. 5 जुलाई तक राज्य में कुल 1063 मामले थे, जिसमें से 724 ठीक हो चुके हैं और 315 सक्रिय हैं.

मैं हिमाचल जाना चाहता हूं. क्या मुझे पहले कोरोना वायरस का टेस्ट कराना होगा?

हिमाचल प्रदेश सरकार के मुताबिक हां. आदेश कहता है कि एंट्री से 72 घंटे पहले टूरिस्ट का किसी ICMR-एक्रेडिटिड लैब से कोरोना वायरस टेस्ट नेगेटिव आया होना चाहिए.

लेकिन अगर मुझमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं तो टेस्ट कैसे होगा?

सरकार की लेटेस्ट गाइडलाइन के मुताबिक, जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण हैं और उनके प्राइमरी कॉन्टैक्ट (चाहे उनमें लक्षण न हों), सिर्फ उन्हीं का टेस्ट हो सकता है.

इसलिए ये साफ नहीं है कि कोई शख्स हिमाचल जाने के लिए COVID-19 नेगेटिव सर्टिफिकेट कैसे लेगा.

क्या रहने की जगह बुकिंग कराने पर कोई पाबंदी है?

  • हिमाचल आने वाले किसी भी शख्स को 5 या उससे ज्यादा दिन रहना होगा.
  • 5 या उससे ज्यादा दिन की पहले से की गई होटल बुकिंग वालों को ही राज्य में एंट्री मिलेगी.

क्या हिमाचल में एंट्री के लिए ई-पास की जरूरत होगी?

  • इंटर-स्टेट ट्रेवल करने वालों को ई-पास के लिए covid19epass.hp.gov.in पर रजिस्टर करना होगा.
  • अपने वाहन से सड़क के जरिए आने वालों को अपनी गाड़ी भी रजिस्टर करानी होगी.

जब मैं अपने गृह राज्य वापस लौटूंगा, तो क्या होगा? क्या मुझे क्वॉरंटीन में जाना होगा?

हां, आपको अपने राज्य के प्रोटोकॉल के तहत क्वॉरंटीन में रहना होगा. उदाहरण के लिए, अगर कोई दिल्ली से हिमाचल जाता है तो लौटने पर 14 दिन के लिए होम क्वॉरंटीन में रहना होगा.

हालांकि लौटने पर अगर लक्षण दिखते हैं तो उन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में जाना होगा. ये राज्यों पर निर्भर करेगा.

सार्वजानिक जगहों पर जाते समय किन बातों का ध्यान रखना है?

  • हर समय फेस मास्क पहनना जरूरी है
  • जहां मुमकिन हो 6-फीट की दूरी बनाए रखें
  • थूकने पर पाबंदी है
  • अगर कोई बीच, स्टोर या रेस्टोरेंट भरा हुआ है तो उसमें न जाएं

होटल, रेस्टोरेंट या रिजॉर्ट में किन बातों का ध्यान रखना होगा?

  • डाइन-इन की बजाय रूम सर्विस को बढ़ावा देना
  • होम डिलीवरी करने वाले स्टाफ की थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी
  • सीटिंग अरेंजमेंट इस तरह किया जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग कायम रहे
  • डिस्पोजेबल मेन्यू को बढ़ावा दिया जाए
  • क्लॉथ नैपकिन की जगह डिस्पोजेबल पेपर नैपकिन का इस्तेमाल
  • बुफे सर्विस में भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा

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