ADVERTISEMENTREMOVE AD

डिजिटल मीडिया संगठनों ने हिंदू महापंचायत में पत्रकारों पर हमले की निंदा की

Hindu Mahapanchayat में हुआ था पत्रकारों पर हमला, डिजिटल मीडिया संगठनों के समूह DIGIPUB ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

दिल्ली के बुराड़ी में 3 अप्रैल को 'हिंदू महापंचायत' (Hindu Mahapanchayat) कार्यक्रम को कवर करने गए पत्रकारों पर हमले की निंदा करने के लिए बुधवार, 6 अप्रैल को कई वरिष्ठ पत्रकार और संपादक एक साथ आए और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन डिजिटल मीडिया संगठनों के समूह डिजीपब न्यूज इंडिया फाउंडेशन (DIGIPUB News India Foundation) ने किया था.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान DIGIPUB ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री को लेटर लिखकर पत्रकारों पर हो रहे हालिया हमलों के खिलाफ अपनी चिंता व्यक्त करेगा.

गृह मंत्री को लिखेगा DIGIPUB

न्यूज वेबसाइट न्यूजलॉन्ड्री के को-फाउंडर और डिजीपब न्यूज इंडिया फाउंडेशन के जनरल सेक्रेटरी अभिनंदन सेकरी ने कहा कि "DIGIPUB गृह मंत्री को एक मेमोरेंडम भेजेगा. जब पत्रकार रिपोर्टिंग करने के लिए बाहर जाते हैं और बताते हैं कि उन पर हमला किया गया है, तो मुझे चिंता होती है क्योंकि उनकी सुरक्षा के लिए मैं जिम्मेदार हूं."

"हैरान और चकित हूं कि देश के गृह मंत्री को जिस तरह की शक्ति मिली हुई है, उसे देखते हुए उनमें जिम्मेदारी की कोई भावना नहीं है."
अभिनंदन सेकरी

दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स की सुजाता मधोक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि "दिल्ली पुलिस ने इस कार्यक्रम को कैसे होने दिया जबकि उसने अनुमति देने से खुद इनकार कर दिया था? यह कैसे हुआ ?"

इस मौके पर द क्विंट के मैनेजिंग एडिटर रोहित खन्ना ने कहा कि “एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मंच से एक पत्रकार को अपना काम करने के लिए ताना मरना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि अस्वीकार्य भी”. रोहित खन्ना ने यह भी पूछा कि "जाने-माने अपराधियों को (कार्यक्रम से पहले) निवारक हिरासत में क्यों नहीं लिया गया?"

'फिर से पत्रकारों पर हमला, जैसा 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान हुआ था'

द कारवां के पॉलिटिकल एडिटर हरतोष सिंह बल भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि "यह वैसा ही है जैसा 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान हुआ था. तब एक महिला पत्रकार से छेड़छाड़ की गई और दूसरे पत्रकारों के साथ मारपीट की गई."

हरतोष सिंह बल ने यह भी कहा कि मुसलमानों को खास तौर पर निशाना बनाया जा रहा. हरतोष सिंह बल ने यह कहते हुए अपनी बात समाप्त की कि पत्रकार जो भी कर रहे हैं, उन्हें उसे जारी रखना चाहिए और यह जरूरी है कि वे ऐसा करें.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

'यूपी में पेपर लीक का खुलासा करने वाले पत्रकारों की गिरफ्तारी निंदनीय"

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआई) के अध्यक्ष उमाकांत लखेरा ने यूपी में हाल ही में हुए एग्जाम पेपर लीक को कवर करने वाले पत्रकारों की गिरफ्तारी की निंदा की.

पीसीआई ने गिरफ्तारी के खिलाफ एक बयान भी जारी किया है जिसमें उसने लिखा है कि बलिया जिला प्रशासन द्वारा बलिया के उन पत्रकारों को मनमाने ढंग से गिरफ्तार करना अत्यधिक निंदनीय है जिन्होंने 12 वीं की परीक्षा के अंग्रेजी के पेपर के लीक होने का खुलासा किया था."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×