आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के चीफ और अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित सैयद सलाहुद्दीन ने कबूला है कि उसने भारत में हमले किए हैं. पाकिस्तानी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने कहा है कि वो भारत में कभी भी हमले करा सकता है.
इस इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने कबूला की कश्मीर उसका 'घर' है, और उसके भारत में भी कई समर्थक हैं. अमेरिकी बैन को बेअसर बताते हुए सलाहुद्दीन ने ये खुलासा किया कि वो अब भी इंटरनेशनल मार्केट से हथियार खरीद सकता है. उसने ये भी कहा कि वो इन हथियारों को कहीं भी पहुंचा भी सकता है.
26 जून को अमेरिकी ने लगाया था बैन
26 जून को अमेरिका ने सैयद सलाहुद्दीन के नाम से मशहूर मोहम्मद युसूफ शाह को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया
सितंबर, 2016 में सलाहुद्दीन ने कश्मीर मसले की किसी शांतिपूर्ण समाधान की कोशिश को बाधित करने का संकल्प लिया था, अधिक से अधिक कश्मीरी युवाओं को आत्मघाती हमलावर बनाने की चेतावनी दी थी और कश्मीर घाटी को ‘भारतीय सुरक्षाबलों के लिए कब्रगाह’ में तब्दील करने का संकल्प भी लिया था.
कौन है सलाहुद्दीन?
सैयद सलाहुद्दीन को 1990 से पहले कश्मीर में नेता यूसुफ शाह के नाम से जाना जाता था. 1987 में कश्मीर विधानसभा चुनाव में वो चुनाव भी लड़ा था. लेकिन अब सलाहुद्दीन पाकिस्तान में युनाइडेट जिहाद काउंसिल का सरगना है. अलगाववादी मूवमेंट की वजह से यूसुफ को जेल भेज दिया गया था. जब वह जेल से छूटा तो पूरी तरह बदल गया.
सलाहुद्दीन भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है. पिछले साल जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हमले के पीछे उसके संगठन यूनाइडेट जिहाद काउंसिल का हाथ था. जैश ए मोहम्मद भी सलाहुद्दीन के संगठन का ही हिस्सा है. कश्मीर के ज्यादातर आतंकी हिजबुल मुजाहिद्दीन से ही जुड़े हुए हैं. कश्मीर में हिंसा में इस संगठन का सबसे बड़ा हाथ है.
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