रेप के गुनाह में 20 साल जेल की सजा काट रहे गुरमीत सिंह की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत सिंह का अब तक कोई अता-पता नहीं चल पाया है. हनीप्रीत कहां है, ये सवाल पुलिस और जांच एजेंसियों के लिए भी अनसुलझी पहेली है.
हनीप्रीत की तलाश में नेपाल की खाक छान चुके जांच एजेंसी को अब ये यकीन हो चला है कि वो नेपाल में नहीं है. गुरुवार को राजस्थान में भी पुलिस का सर्च ऑपरेशन बेकार गया.
नेपाल के सेंट्रल इनवेस्टिगेशन ब्यूरो (CIB) के डीआईजी पुष्कर कार्की ने कहा कि हनीप्रीत नेपाल में नहीं है. उन्होंने कहा:
कुछ लोगों का दावा है कि उन्होंने हनीप्रीत को नेपाल के बिराटनगर में देखा है, कुछ का कहना है कि वो नेपाल के पश्चिमी इलाके में देखी गई, तो कुछ उसे मुगलिंग में देखे जाने की बात करते हैं. हकीकत यह है कि वो नेपाल में नहीं है.
राजस्थान में भी तलाशी, पर हाथ खाली
हरियाणा और राजस्थान पुलिस की टीमों ने हनीप्रीत की खोज में जॉइंट ऑपरेशन चलाया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसी सूचना मिली थी कि वो राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के श्रीगुरुसर मोडिया गांव में छिपी हो सकती है. इसी के आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. यह गुरमीत सिंह का पैतृक गांव है.
एक अधिकारी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन करीब तीन घंटे तक चला, हालांकि उसका पता नहीं चल सका.
डेरा हिंसा: मोस्ट वांटेड की लिस्ट में हनीप्रीत सबसे ऊपर
बता दें कि हरियाणा पुलिस ने पिछले महीने पंचकुला में की गई हिंसा को लेकर वांटेड लोगों की एक लिस्ट जारी है. इसमें गुरमीत सिंह की करीबी सहयोगी हनीप्रीत कौर का नाम सबसे ऊपर है. लिस्ट में गुरमीत के एक और बड़े सहयोगी और डेरा प्रवक्ता आदित्य इंसां का नाम भी शामिल है, जो इस वक्त फरार है.
बड़े पैमाने पर हिंसा को उकसाने और उसमें शामिल होने के जिम्मेदार 43 संदिग्ध लोगों की तस्वीरें भी हरियाणा पुलिस की वेबसाइट पर जारी की गई है.
हनीप्रीत कौर पर एक नजर
हनीप्रीत कौर का असली नाम प्रियंका तनेजा है. वह गुरमीत सिंह की गोद ली हुई बेटी है, जो 25 अगस्त की शाम से फरार है. हनीप्रीत सिरसा से लेकर पंचकुला में सीबीआई की विशेष अदालत तक गुरमीत के साथ रही थी, जहां डेरा प्रमुख को रेप के दो मामलों में दोषी करार दिया गया था.
हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत कौर पर देशद्रोह और गुरमीत को सजा के बाद भागने में मदद करने की साजिश में शामिल होने का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने हनीप्रीत के खिलाफ एक लुकआउट नोटिस जारी किया है. उसे पकड़ने के लिए कई राज्यों में छापेमारी की जा रही है.
पंचकुला हिंसा में हुई थी 32 लोगों की मौत
गुरमीत सिंह को रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद 25 अगस्त को पंचकुला में हिंसा शुरू हो गई थी, जिसमें 32 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 250 लोग जख्मी हो गए थे. सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले से दो-तीन दिनों पहले ही करीब एक लाख डेरा अनुयायी गैर-कानूनी ढंग से पंचकुला में जमा हो गए थे.
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