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चीन बड़ी दिक्कत या पाकिस्तान? सर्वे में भारतीयों ने क्या कहा? 

पूर्वी लद्दाख में चीन की आर्मी के साथ भारतीय सेना की हिंसक झड़प में एक भारतीय अधिकारी समेत 19 जवान शहीद हो गए थे.

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भारत
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लद्दाख के गलवान घाटी में चीन-भारत के बीच संघर्ष के मद्देनजर कराए गए आईएएनएस-सीवोटर स्नैप पोल के अनुसार 68.3 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि चीन चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान की तुलना में ज्यादा बड़ी समस्या है. केवल 31.7 प्रतिशत जवाब देने वाले अब भी सोचते हैं कि पाकिस्तान भारत के लिए चीन से भी बड़ी समस्या है.

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भारतीयों की सोच में बदलाव?

यह भारतीयों की सामान्य सोच में एक बड़ा बदलाव हो सकता है. 10,000 से ज्यादा सैंपल साइज में कराए गए स्नैप पोल से पता चलता है कि ज्यादा से ज्यादा भारतीय देश के आसपास के बदले हुए हालात से वाकिफ हैं.

पूर्वी लद्दाख में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ भारतीय सेना की हिंसक झड़प में एक भारतीय अधिकारी समेत 19 जवान शहीद हो गए थे.

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा, "मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. हमारे लिए अखंडता और संप्रभुता महत्वपूर्ण है. भारत शांति चाहता है , लेकिन जब उकसाया जाएगा तो हम उचित जवाब देने में सक्षम हैं."

राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में सरकार पर 73.6 प्रतिशत भरोसा : सर्वे

सर्वे में शामिल 73.6 प्रतिशत लोगों का मानना है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों से ज्यादा सरकार पर भरोसा करते हैं.आईएएनएस सीवोटर स्नैप पोल के अनुसार, "विभिन्न आयु समूहों के लोगों ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर विपक्षी पार्टी की तुलना में भारत सरकार पर भरोसा जताया है."

आयु समूह की बात करें तो, 60 वर्ष से अधिक उम्र के 83.7 प्रतिशत लोगों का मानना है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार पर ज्यादा भरोसा करते हैं. वहीं मध्य आयु वर्ग समूह(45-60) वर्ष के 76.5 प्रतिशत लोगों और 25-45 वर्ष के 72.1 प्रतिशत लोगों और 25 वर्ष से कम उम्र के 68.8 प्रतिशत लोगों का ऐसा ही मानना है.

(इनपुट: IANS)

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