पाकिस्तान में कैद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव मामले में खबर है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से कहा है कि वो बिना किसी शर्त कुलभूषण जाधव से मिलने दें. इसके पहले पाकिस्तान ने दावा किया था कि कुलभूषण जाधव ने पुनर्विचार याचिका दायर करने से इनकार कर दिया है. तब इस पर भी भारत ने ऐतराज जताया था.
भारत ने बिना की किसी शर्त के कुलभूषण से मिलने की मांग इसलिए की है ताकि वो जाधव से कानूनी विकल्पों पर खुलकर बात कर सकें.
पिछले गुरुवार को भारत सरकार ने कहा था कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव केस को लेकर सारे कानूनी विकल्प पर विचार कर रहा है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने तब साफ-साफ कहा था कि "मीडिया के जरिए ऐसी बयानबाजी पाकिस्तान की तरफ से इस केस में फैलाए जाने वाले एक फरेब का ही हिस्सा है. पाकिस्तान का दावा कि जाधव ने रिव्यू पिटीशन दायर करने से इनकार कर दिया है, ये पिछले 4 साल से चल रहे झूठ के सिलसिले का ही एक हिस्सा है."
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ‘भारत कुलभूषण जाधव केस में डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले को लागू कराने की पूरी कोशिश कर रहा है. पाकिस्तानी की तरफ से जारी मीडिया बयान आईसीजे के फैसले को लागू करने का दिखावा करने जैसा है.’
बता दें कि भारतीय नौ सेना के रिटायर्ड अधिकारी कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की जेल में बंद हैं. जाधव को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान में कथित तौर पर तोड़फोड़ और आतंकी कार्रवाई के आरोप में गिरफ्तार किया था. पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का आरोप था कि जाधव ईरान से पाकिस्तान में जासूसी के इरादे से आया था. जबकि भारत ने कुलभूषण के जासूसी और तोड़फोड़ में लिप्त होने के आरोपों से इनकार किया है. उसका कहना है कि भारतीय नेवी के रिटायर्ड अफसर जाधव को पाकिस्तान ईरान से अगवा कर अपने यहां ले गया था.
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