ADVERTISEMENTREMOVE AD

देशभर में 67वें गणतंत्र दिवस का जश्‍न, दिल्‍ली में खास रौनक

गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान दिल्ली में आतंकी हमले के खतरे से निपटने के लिए बनाया गया मजबूत सुरक्षा घेरा

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

आज भारत अपना 67वां गणतंत्र दिवस मना रहा है.

इस अवसर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिल्ली के राजपथ पर होने वाली सालाना गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी तिरंगा झंडा फहराएंगे और तोपों की सलामी लेंगे.

साथ ही भारत की सैन्य शक्ति, अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक परंपराएं, आत्म-निर्भरता और विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाएगा.

चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात

गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान दिल्ली में आतंकी हमले के खतरे से निपटने के लिए आसमान की पहरेदारी में सेना के चार हेलिकॉप्टर उड़ान भरते रहेंगे.

इसके अलावा, कार्यक्रम स्थल के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. बंदूकधारियों को बिना अनुमति के कोई भी हवाई वस्तु उड़ती देख उसे नीचे गिरा देने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं.

कोई हवाई उड़ान नहीं

सुबह दस बजकर 35 मिनट से सवा बारह बजे तक नोटम (वायुसैनिकों को नोटिस) घोषित किया गया है. इस दौरान इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ना तो कोई विमान उतरेगा ना ही उड़ान भर सकेगा.

आइबी ने गणतंत्र दिवस पर अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि पेरिस की तर्ज पर आतंकी दिल्ली समेत बड़े महानगरों में हमला कर सकते हैं.

ऐसे में गणतंत्र दिवस पर भारत के मेहमान व फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्‍वा ओलांद की मजबूत सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

कई नई और आकर्षक चीजें दिखेंगी इस बार

  • इतिहास में पहली बार फ्रांस की सेना का 76 सदस्यीय दल भी राजपथ पर भारत के राष्ट्रपति को सलामी देगा.
  • इस दल में 48 संगीतकारों का दस्ता भी शामिल होगा.
  • परेड में 26 साल के बाद सेना के श्वान (कुत्ता) दस्ते के सदस्य भी अपने हैंडलर्स के साथ भाग लेंगे.
  • राजपथ पर बीएसएफ के उंट दस्ते के सजे-धजे रंग-बिरंगे 56 उंटों का दस्ता डिप्टी कमांडेंट कुलदीप जे. चौधरी के नेतृत्व में मार्च करेगा.
  • केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की महिलाओं की टुकड़ी भी परेड में शामिल है.
  • आज से दिल्ली के लाल किले में तीन दिन का ‘भारत पर्व’ महोत्सव शुरू होगा.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×