शौर्य और पराक्रम की मिसाल भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) 8 और 9 अक्टूबर को अपना 90वां स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर सरकार ने वायुसेना को 2 तोहफे दिए हैं. पहला, सरकार ने नए वेपन ब्रांच को मंजूरी दे दी और दूसरा, वायु सेना के लिए नई वर्दी जारी की गई है. दोनों ही चीजें सेना के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं. इससे सेना के लुक में बदलाव आएगा और साथ ही खर्च भी घटने की बात कही जा रही है. आइए समझते हैं कि क्या हैं ये नए बदलाव और इससे क्या फर्क पड़ने जा रहा है.
क्या है नया वेपन ऑपरेशन ब्रांच?
भारतीय वायु सेना ने शनिवार को अधिकारियों की एक नए ब्रांच के गठन की घोषणा की है. वायुसेना चीफ वीआर चोधरी ने चंड़ीगढ़ में कहा कि "सरकार ने नए वेपन सिस्टम ब्रांच की मंजूरी दे दी है. आजादी के बाद ये पहली बार है कोई नया ऑपरेशनल ब्रांच बनाया जा रहा है."
इस नए ब्रांच में अधिकारी होंगे जो मिसाइल, ड्रोन और सैटेलाइट सिस्टम सहित हथियारों को संभालेंगे, ताकि लड़ाकू पायलटों को उनकी पूरी क्षमता तक तैयार किया जा सके.
वेपन ऑपरेशन ब्रांच
(1) फ्लाइंग के क्षेत्र में इससे ट्विन इंजन या मल्टी क्रू एयरक्राफ्ट ऑपरेट किए जा सकेंगे.
(2) इंटेलिजेंस के मामले में स्पेस आधारित इंटेलिजेंस और सेटेलाइट तस्वीरों के लिए ये शाखा विशेष काम करेगी.
(3) रिमोट पायलट एयरक्राफ्ट भी यहां से ऑपरेशनल होगा.
(4) सतह से जमीन पर मार करने वाले हथियारों, सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के लिए मिशन कमांडर और ऑपरेटर तैनात किए जाएंगे.
सरकार का घटेगा खर्च, कब तक शुरू होने की उम्मीद?
नए ब्रांच की शुरुआत से सरकार का वायुसेना में ट्रेनिंग पर होने वाले खर्च में कमी आने की उम्मीद है. वायुसेना चीफ वीआर चौधरी ने कही कि वायुसेना की इस चौथी ब्रांच से सरकार को 3400 करोड़ रुपये की बचत होगी, क्योंकि इससे फ्लाइंग ट्रेनिंग पर खर्च में कमी आएगी.
ये ब्रांच कब तक शुरू हो जाएगा इसे लेकर अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 2023 के अंत तक या 2024 की शुरुआत तक इसे लांच किया जा सकता है.
नई वर्दी में क्या खासियतें
वायु सेना को अपने 90वें स्थापना दिवस पर नई वर्दी का तोहफा मिला है. इस वर्दी की खासियत है कि ये किसी भी मौसम में सैनिकों के लिए आरामदायक है. देखने में ये वर्दी सेना की वर्दी की तरह ही है. इसका पैटर्न अलग-अलग इलाकों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. जंगली से लेकर पहाड़ी इलाके और रेगिस्तान तक में इसे सैनिक पहन सकते हैं.
इसका डिजाइन एयरफोर्स की स्टैंडिंग ड्रेस कमेटी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) ने मिलकर तैयार किया है. इसके लिए हल्के कपड़े का प्रयोग किया गया है. नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म में कॉम्बैट टी-शर्ट, फील्ड स्केल डिसरप्टिव हैट, कॉम्बैट बोनी हैट, डिसरप्टिव वेब बेल्ट, एंकलेट कॉम्बैट बूट्स और मैचिंग पगड़ी शामिल है. अपनी वार्षक परेड के दौरान के भी सैनिक अपनी नई यूनिफॉर्म में दिखाई दिए थे.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)